गुजरात के बाद अब हरियाणा में कांग्रेस को लग सकता है झटका, कुलदीप बिश्नोई की सीएम मनोहरलाल से मुलाकात
Kuldeep Bishnoi कांग्रेस को गुजरात के बाद अब हरियाणा में झटका लग सकता है। नाराज चल रहे हरियाणा कांग्रेस के नेता कुलदीप बिश्नोई ने आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की। इससे उनके कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं गर्मा गई हैं।
चंडीगढ़/नई दिल्ली, जेएनएन। कांग्रेस को गुजरात के बाद अब हरियाणा में भी झटका लग सकता है। हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक कुलदीप बिश्नोई ने गुरुग्राम में मुख्यमंत्री मनोहरलाल से मुलाक़ात की। इससे माना जा रहा है कि वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा का रुख कर सकते हैं। कुलदीप ने खुद ट्वीट कर इस मुलाकात की जानकार दी।
कुलदीप बिश्नोई की मनोहर लाल से मुलाकात के बाद कयासबाजी तेज हो गई है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कुलदीप बिश्नोई की मुख्यमंत्री मनोहर लाल से गुरुग्राम में आज सुबह मुलाकात यूं ही नहीं हुई है। बता दें कि हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष पद की उम्मीद टूटने के बाद कुलदीप बिश्नोई पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं।
आदमपुर ग्राम पंचायत बहाली को लेकर चल रहे धरने एवं अन्य समस्याओं के निदान सहित राजनीतिक मुद्दों पर मुख्यमंत्री @mlkhattar जी से गुरुग्राम में विस्तृत सकारात्मक चर्चा हुई। मैं उनका आभारी हूं कि उन्होंने आदमपुर ग्राम पंचायत बहाली को लेकर मेरी बात मानते हुए मेरे सामने निर्देश दिए।🙏 pic.twitter.com/AvlUfTNgQY— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) May 19, 2022
हरियाणा कांग्रेस में हुए बदलाव के बाद उन्होंंने राहुल गांधाी से मिलने की बात कही थी, लेकिन उनको मुलाकात का समय नहीं मिल रहा है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि कुलदीप बिश्नोई भाजपा में जा सकते हैं। इस मुलाकात की जानकारी कुलदीप बिश्नोई ने स्वयं ट्वीट कर जानकारी दी।
कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट कर कहा है कि आदमपुर ग्राम पंचायत बहाली को लेकर चल रहे धरने और अन्य समस्याओं के निदान सहित राजनीतिक मुद्दों पर उनकी गुरुग्राम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से सकारात्मक चर्चा हुई है। कुलदीप बिश्नोई ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का इस बात के लिए भी आभार जताया है कि आदमपुर ग्राम पंचायत बहाली को लेकर मुख्यमंत्री ने उनकी बात मानते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
बता दें कि गुजरात के हार्दिक पटेल की तरह कुलदीप बिश्नोई भी राहुल गांधी पर हितों की रक्षा नहीं करने के आरोप लगाते हुए कांग्रेस छोड़ सकते हैं। कुलदीप बिश्नोई का पहले भी भाजपा से करीबी रिश्ता रहा है। 2014 के चुनाव में उनकी तत्कालीन पार्टी हरियाणा जनहित कांग्रेस का भाजपा के साथ गठजोड़ था। हालांकि यह गठजोड़ बाद में टूट गया और उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया।