Haryana History Syllabus: हरियाणा में इतिहास की पुस्तकोंं में बदलाव पर कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने
Haryana History Syllabus भारत के इतिहास खासकर स्वतंत्रता आंदोलन को लेकर हरियाणा में कांग्रेस व भाजपा आमन-सामने हो गए हैं। हरियाणा में इतिहास का पाठ्यक्रम बदला गया है। इसको लेकर दोनों राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के स्कूलों में छठी से दसवीं तक इतिहास की पाठ्य पुस्तकों में हुए बदलाव पर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा पुस्तकों के जरिये इतिहास हो तोड़ मरोड़कर पेश करना चाहती है, जबकि भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने इतिहास के नाम पर देश को गुमराह किया है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम लीग के साथ मिलकर आजादी से पहले सरकार बनाने वालों के राजनीतिक वंशज नौवीं कक्षा में इतिहास के पाठ्यक्रम से छेड़छाड़ कर रहे हैं और हरियाणा के छात्रों को ‘आजादी के आंदोलन’ का गलत इतिहास पढ़ा रहे हैं। यह स्वतंत्रता संग्राम का घोर अपमान है। इसके जवाब में भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस यह कतई न भूले कि देश को आजादी दिलाने में पूरे देश की जनता का योगदान रहा है। अकेले कांग्रेस यदि इसका श्रेय लूटना चाहती है तो भाजपा ऐसा कभी नहीं होने देगी।
कांग्रेस महासचिव एवं प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को कहा है कि भाजपा लाखों-करोड़ों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी को नकारने की साजिश रच रही है। अपनी सच्चाई को झुठलाने के लिए पूरे इतिहास को ही गलत बताना भाजपा-आरएसएस का एजेंडा रहा है।
अब नौवीं कक्षा की पुस्तक में स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को दरकिनार कर मनगढंत बातें लिखकर करोड़ों स्वतंत्रता सेनानियों सहित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का अपमान किया गया है। इसके लिए सरकार को माफी मांगनी चाहिए।
रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि कांग्रेस पर मुस्लिम लीग के साथ मिल तुष्टिकरण का झूठा व षडयंत्रकारी आरोप लगाने वाली भाजपा सरकार इतिहास के पन्नों पर अंकित सटीक तथ्यों का देश व प्रदेश की जनता को जवाब दे।
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा बताए कि भाजपाई विचारधारा के पितृ संगठन हिंदू महासभा ने ‘तुष्टिकरण’ करने वाली मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सिंध व बंगाल में सरकार क्यों बनाई थी? 1920 में महात्मा गांधी ने ‘असहयोग आंदोलन’ शुरू किया था। नए पाठ्यक्रम की पुस्तक में ‘असहयोग आंदोलन’’ का नाम न लिखकर सिर्फ ‘खिलाफत आंदोलन’ का नाम लिखा गया है। नौवीं कक्षा की इस किताब को बगैर देरी वापस लिया जाना चाहिए।
हरियाणा भाजपा के प्रवक्ता सुदेश कटारिया ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लगता है कि देश की आजादी सिर्फ उसी की देन है। कांग्रेस ने अपनी कुचेष्टाओंं और ष्डयंत्रों से कभी इस सत्य को बाहर नहीं आने दिया कि देश की आजादी में कांग्रेस के अलावा भी किन्हीं दूसरों का योगदान है।
कटारिया ने कहा कि कांग्रेस आजादी से पहले से और अब बाद तक पूरे देश को गुमराह करती चली आ रही है। कटारिया के अनुसार नई पुस्तकों में भारतीय सभ्यता, इतिहास, संस्कृति, साहित्य, देश भक्तों, स्वाधीनता संग्राम व उसके ज्ञात अज्ञात वीरों, सन 1947 के बाद के भारत की प्रमुख घटनाओं को संपूर्ण, समग्र व व्यापक रूप में नए कलेवर के साथ प्रस्तुत किया गया है। शिक्षा नीति-2020 के निर्देशों की अनुपालना में इतिहास की इन पुस्तकों के माध्यम से समाज को जागरूक करने का सार्थक प्रयत्न किया गया है।
सुदेश कटारिया ने जवाब दिया कि इतिहास विषय की पाठ्यपुस्तकों में वर्तमान में प्रचलित पाठ्यसामग्री के स्थान पर भारतीय ज्ञान परंपरा के अनुरूप भारत का बोध करवाने के लिए पाठ्यसामग्री में संशोधन किया गया है। प्रत्येक कक्षा के लिए पाठों का निर्माण इतिहास विषय के विशेषज्ञों के माध्यम से करवाया गया है। इन पुस्तकों में सरस्वती सिंधु सभ्यता को इसकी संपूर्णता में छात्रों के सामने रखा गया है। हरियाणा निवासियों द्वारा इसे ठीक परिप्रेक्ष्य में समझा जाना और भी अधिक महत्वपूर्ण है।