हरियाणा के कंप्यूटर शिक्षकों ने किया प्रदर्शन, शिक्षा सदन का घेराव
रोजगार की मांग को लेकर पिछले छह वर्षों से संघर्षरत प्रदेशभर के लगभग 2200 कंप्यूटर शिक्षकों ने एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
जासं, पंचकूला : रोजगार की मांग को लेकर पिछले छह वर्षों से संघर्षरत प्रदेशभर के लगभग 2200 कंप्यूटर शिक्षकों ने एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वीरवार को पंचकूला में सड़क पर उतरे कंप्यूटर शिक्षकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। कंप्यूटर टीचर्स का आरोप है कि सरकार उनके रोजगार को स्थायी न बनाकर टुकड़ों में रोजगार दे रही है। कंप्यूटर शिक्षक संघ के महासचिव राजीव सैनी ने बताया कि पिछले 6 वर्षों के दौरान सरकार करीब 10 बार कंप्यूटर शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर चुकी है। आगामी 16 अक्टूबर को एक बार फिर से प्रदेश के 2200 कंप्यूटर शिक्षक सड़कपर आ जाएंगे। रोजगार की स्थायी नीति की मांग को लेकर बार-बार आश्वासनों से तंग आकर वीरवार को प्रदेश भर के कंप्यूटर शिक्षकों ने सेक्टर-5 स्थित शिक्षा सदन का घेराव किया। पुलिस ने शिक्षकों को शिक्षा सदन के गेट पर रोका
सेक्टर-5 स्थित धरना स्थल पर एकत्रित होकर शिक्षा सदन की ओर कूच किया। पुलिस प्रशासन द्वारा उनको सदन के गेट पर रोक लिया गया। इस दौरान शिक्षकों और पुलिस मे धक्का मुक्की हुई। इस दौरान हंगामे की स्थिति को देखते हुए सदन का गेट बंद कर दिया गया। इसके बाद शिक्षक वहीं गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। कंप्यूटर शिक्षक तीन घंटे तक सदन के बाहर बैठकर प्रदर्शन करते रहे। चार बजे के करीब सेकेंडरी एजूकेशन डायरेक्टर अशोक शर्मा से मुलाकात करवाई गई। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा है कि सोमवार को मुख्य सचिव केशनी आंनद से बातचीत करके उनकी समस्या का हल करवाया जाएगा। असिस्टेंट टीचर कंप्यूटर साइंस के पदों पर समायोजित करने की मांग की
कंप्यूटर शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष बलराम धीमान का कहना है उनकी एकमात्र मांग यह है कि शिक्षा विभाग में वर्तमान में कार्य कर रहे कंप्यूटर शिक्षकों को असिस्टेंट टीचर कंप्यूटर साइंस के पदों पर समायोजित किया जाए। क्योंकि सभी शिक्षक इस पद के लिए सभी अनिवार्य योग्यता रखते है। धीमान ने बताया यदि सोमवार की बैठक में कोई निर्णय नहीं होता है, तो वे अपना आदोलन तेज कर देंगे।