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कचरा प्रोसेसिंग में हेरफेर की जांच करने पहुंची कमेटी

सेक्टर-23 स्थित डंपिग ग्राउंड में गारबेज प्रोसेसिग में हेरफेर की शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री ने कमेटी का गठन किया था जो शनिवार को जांच करने पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Mar 2021 08:46 AM (IST)Updated: Sun, 07 Mar 2021 08:46 AM (IST)
कचरा प्रोसेसिंग में हेरफेर की जांच करने पहुंची कमेटी
कचरा प्रोसेसिंग में हेरफेर की जांच करने पहुंची कमेटी

जागरण संवाददाता, पंचकूला : सेक्टर-23 स्थित डंपिग ग्राउंड में गारबेज प्रोसेसिग में हेरफेर की शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री ने कमेटी का गठन किया था, जो शनिवार को जांच करने पहुंची। कमेटी ने डंपिग ग्राउंड में गारबेज प्रोसेसिग का सिस्टम देखा। किस प्रकार कूड़ा डंपिग ग्राउंड में पहुंचता है और कहां उसका तौल होता है और रोजाना कितना कूड़ा प्रोसेस होता है सभी तथ्यों की जानकारी ली। कमेटी निरीक्षण के दौरान पार्षद जय कुमार कौशिक, सुरेश वर्मा और ओमवती पुनिया भी मौजूद रहीं। इसके अलावा नगर निगम के एक्सईएन अंकित लौहान, एसडीओ रविद्र मलिक एवं संबंधित कंपनी के प्रतिनिधि ने भी कमेटी को प्रोसेसिग के बारे में बताया। कमेटी में अर्बन लोकल बॉडीज के एडिशनल डायरेक्टर वाइएस गुप्ता, चीफ टाउन प्लानर वासने, चीफ इंजीनियर अशोक राठी और हेडक्वार्टर एक्सईएन रणबीर सिंह शामिल हैं। नगर निगम ने निजी कंपनी को पिछले साल अप्रैल में गारबेज प्रोसेसिग का ठेका अलॉट किया था, लेकिन कोरोना के कारण यहां मशीनरी इत्यादि नहीं पहुंच पाई थी। जिसके चलते काम सितंबर 2020 में शुरू हुआ। उसके बाद कूड़ा प्रोसेसिग होने लगा है।

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नगर निगम के चुने हुए प्रतिनिधियों के आने के बाद से कूड़ा प्रोसेसिग में गड़बड़ी की बातें सामने आने पर पार्षदों की कमेटी बनाई गई। पार्षद जय कौशिक, सुरेश वर्मा और ओमवती पुनिया को कमेटी में शामिल कर जांच के लिए कहा गया। जय कौशिक और सुरेश वर्मा ने मौके पर दौरा किया था, तो वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे। निगम के जेई की डेली रिपोर्ट का कॉलम खाली मिला था। पार्षदों ने पाया था कि प्रोसेसिग प्लांट की क्षमता 400 से 500 टन है, लेकिन नगर निगम से पैसा 600 से 700 टन के हिसाब से लिया जा रहा है। गारबेज प्रोसेसिग का ठेका एक कंपनी को 32 करोड़ रुपये में दिया था। डंपिग ग्राउंड में प्लांट लगाना और वहां से गारबेज उठाना था, ताकि धीरे-धीरे डंपिग ग्राउंड के कब्जे की जमीन खाली हो सके। हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा है कि निगम के खजाने को यदि हानि पहुंचाई गई है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर नियमानुसार कार्रवाई होगी। पार्षद जय कौशिक ने कहा कि गाड़ी जब कूड़ा लेकर आती है, तो कंडे के पास सीसीटीवी कैमरा होना चाहिए, ताकि रात के समय में भी गाड़ी का नंबर दिखे। कैमरा काफी दूरी पर लगा रखा है। सीसीटीवी रिकॉर्डिंग का बैकअप नहीं है। सीसीटीवी कैमरे भी लगभग एक महीना पहले लगाए गए हैं। कूड़े पर मॉइस्चर होने के कारण भार भी बढ़कर आएगा, इसलिए मॉइस्चर सुखाने के बाद तोल होना चाहिए।

प्लांट की केपेसिटी कंपनी से पूछे कमेटी

पार्षद सुरेश वर्मा ने कमेटी से कहा कि प्लांट की केपेसिटी पूछी जाए और रोजाना कितना कचरा प्रोसेस हो रहा है। प्लांट की केपेसिटी की 450 टन बताते हैं और आ रहा है 600 से 700 टन कचरा। फालतू कचरा के बारे में कोई जबाव नहीं दे पाते। पार्षद ओमवती पुनिया ने कहा कि महिलाओं के लिए आने वाली गर्मियों को पूरी ड्रेस किट दी जाए। जो बाहर बैठते हैं, उन्हें बैठने के लिए छत डाली जाए। वहीं, एसडीओ और जेई का रजिस्टर मेंटेन करें और दिन और रात के समय सुपरविजन करें।


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