सीएम मनोहरलाल का मास्टर स्ट्रोक, जींद उपचुनाव की बिछाई बिसात
सीएम मनोहरलाल ने विस में मास्टर स्टोक चला। उन्होंने जींद के इनेलाे विधायक हरिचंद मिड्ढ़ा द्वारा उठाए गए विकास कार्य पूूरा करवाने की घोषणा की। मिड्ढ़ा का हाल में ही निधन हुआ है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा की भाजपा सरकार ने जींद उपचुनाव की बिसात बिछा दी है। जींद के इनेलो विधायक हरिचंद मिड्ढा का हाल ही में देहावसान हुआ है। इस सीट अगले छह माह के भीतर उपचुनाव प्रस्तावित हैैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा में ऐसा मास्टर स्ट्रोक मारा कि विपक्षी दल इनेलो व कांग्रेस चारों खाने चित्त हो गए।
इनेलो विधायक हरिचंद मिढ्ढा को श्रद्धांजलि देने के बहाने जींद को दिए कई प्रोजेक्ट
मनोहर लाल ने इनेलो विधायक हरिचंद मिड्ढा को श्रद्धांजलि देने के बहाने जींद के विकास के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट घोषित कर दिए। इनेलो व कांग्रेस ने सरकार पर उपचुनाव से पहले घोषणाएं करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने अपने तर्कों से विपक्ष को पूरा जवाब दिया।
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जींद क्षेत्र को शुरू से ही इनेलो का गढ़ माना जाता है। हरिचंद मिड्ढा इस सदन के न केवल वयोवृद्ध विधायक थे बल्कि वह हर सत्र में सबसे अधिक सवाल लगाया करते थे। उनके जीते जी अधिकतर सवालों को अतारांकित श्रेणी में डाल दिया जाता था। इसके बावजूद मिढ्ढा व्यंगात्मक तरीके से अपनी बात कहने से नहीं चूकते थे।
मिढ्ढा ने इस मानसून सत्र के लिए कुल नौ सवाल लगाए थे। इनमें से आठ सवाल तारांकित श्रेणी में थे व एक सवाल अतारांकित श्रेणी में था। मुख्यमंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान सदन को बताया कि मिढ्ढा ने अपने क्षेत्र के विकास से संबंधित जो सवाल लगाए हैैं, उन सभी को स्वीकार कर लिया गया है।
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मुख्यमंत्री ने कहा, यह सरकार व सदन की तरफ से मिढ्ढा को श्रद्धांजलि होगी कि हम उनके द्वारा उठाई गई मांगों को स्वीकार करें। कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी, पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा और करण दलाल ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि सरकार एक राजनीतिक साजिश के तहत जींद में ये काम करवाना करवाना चाहती है, क्योंकि जींद में छह माह के भीतर-भीतर विधानसभा चुनाव होने हैं।
विपक्ष के नेता अभय चौटाला भी सदन में आ गए और उन्होंने सरकार की इस कार्रवाई पर आपत्ति दर्ज करवाते हुए कहा कि भाजपा को जींद में अपनी जमीन खिसकती नजर आ रही है। इसलिए श्रद्धांजलि के नाम पर ढोंग किया जा रहा है। चौटाला ने कहा कि अगर मिढ्ढा को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं तो उनके द्वारा पहले उठाई गई मांगों को भी स्वीकार कर लिया जाए।