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मनीष ग्रोवर को सीएम की क्लीन चिट, विरोध में निर्दलीय MLA कुंडू ने वापस लिया समर्थन

Haryana Assembly में सीएम मनाेहरलाल ने भ्रष्‍टाचार मामले में मनीष ग्रोवर को क्‍लीनचिट दी है। इसके विरोध में निर्दलीय विधायक बलराज कुुंडू ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 06:51 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 06:51 PM (IST)
मनीष ग्रोवर को सीएम की क्लीन चिट, विरोध में निर्दलीय MLA कुंडू ने वापस लिया समर्थन
मनीष ग्रोवर को सीएम की क्लीन चिट, विरोध में निर्दलीय MLA कुंडू ने वापस लिया समर्थन

चंडीगढ़, जेएनएन/एएनआइ। सहकारी चीनी मिलों में करोड़ों रुपये के घोटाले के आरोप में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने क्लीन चिट दी है। विधानसभा में मुख्यमंत्री ने महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के आरोपों का तथ्यों के साथ जवाब देते हुए कहा कि कुंडू जहां चाहें, जा सकते हैं। इससे भड़के बलराज कुंडू सदन से बाहर आ गए और सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी। वह शुक्रवार को राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को सरकार से समर्थन वापस लेने की चिट्ठी सौंपेंगे। हालांकि सरकार पर इससे कोई असर नहीं पडऩे वाला।

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कुंडू ने चीनी मिलों और स्थानीय निकाय में 3300 करोड़ के घोटाले के आरोप लगाते हुए खोल रखा मोर्चा

बलराज कुंडू सहकारी चीनी मिलों और रोहतक नगर निगम में 3300 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए पूर्व मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। बुधवार को विधानसभा में भी उन्होंने यह मामला उठाया था। उनके साथ ही रोहतक के कांग्रेस विधायक बीबी बतरा ने चीनी मिलों और स्थानीय निकायों में घोटालों का मुद्दा सदन में उठाया। बृहस्पतिवार को सदन में अपने जवाब में मुख्यमंत्री ने एक-एक आरोप का जवाब तथ्यों के साथ दिया।

कुंडू का आरोप था कि पूर्व मंत्री ने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने बेटे और बहू की कंपनियों को चीनी मिलों से निकला शीरा औने-पौने दामों पर बेचा। मुख्यमंत्री ने इसे खारिज करते हुए कहा कि 2014-15 में सीरा 570 से 673 रुपये, 2015-16 में 315 से 440, 2017-18 में 575 रुपये प्रति क्विंटल रहा था। सिर्फ 2018-19 में शीरे का रेट 200 रुपये से कम रहा, जबकि कुंडू का आरोप था कि हर साल 200 रुपये से कम रेट पर शीरे की खरीद हुई।

मुख्यमंत्री ने यमुनानगर की सरस्वती चीनी मिल का उदाहरण देते हुए कहा कि इस दौरान वहां शीरे का रेट क्रमश : 432, 342, 524, 195 और 251 रहा। इससे साफ है कि कुंडू के आरोपों में कोई दम नहीं।

सीएम बोले, हाई कोर्ट जाओ या कहीं और, फर्क नहीं पड़ता

संबोधन के बीच में बार-बार खड़े हो रहे कुंडू को मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके दूसरे आरोपों पर सरकार जांच करा रही है। वह चाहें तो हाई कोर्ट भी जा सकते हैं। सीएम के जवाब से असंतुष्ट कुंडू सदन से बाहर निकल गए और सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी।

सरकार में पांच निर्दलीय हुए एडजस्ट

मौजूदा विधानसभा में सात निर्दलीय विधायक हैं और सभी ने सरकार को समर्थन दिया हुआ है। रानियां से जीते रणजीत सिंह चौटाला कैबिनेट मंत्री हैं, जबकि पृथला के निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत, चरखी दादरी के विधायक सोमवीर सांगवान, पूंडरी के विधायक रणधीर गोलन और नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर को बोर्ड एवं निगमों का चेयरमैन बनाया हुआ है। दो निर्दलीय विधायक सोहना से राकेश दौलताबाद तथा महम से बलराज कुंडू को ही सरकार ने अभी तक किसी पद पर एडजस्ट नहीं किया है।

हरियाणा विधानसभा में दलगत स्थिति

दल        विधायक

भाजपा   -40

कांग्रेस   -31

जजपा  -10

निर्दलीय   -07

इनेलो  -01

हलोपा  -01


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