हरियाणा में मैगी को जांच रिपोर्ट में क्लिन चिट
चंडीगढ़ : हरियाणा के खाद्य एवं औषध प्रशासन विभाग ने नेस्ले कंपनी के मैगी नूडल्स व मसाले को क्लिनचिट दे दी है। विभाग के अनुसार,इनकी जांच में 'ऐडिड एमएसजी' निगेटिव और लैड की मात्रा सीमा के अंदर पाई गई है। यह जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के महानिदेशक एस नारायणन ने
चंडीगढ़ : हरियाणा के खाद्य एवं औषध प्रशासन विभाग ने नेस्ले कंपनी के मैगी नूडल्स व मसाले को क्लिनचिट दे दी है। विभाग के अनुसार,इनकी जांच में 'ऐडिड एमएसजी' निगेटिव और लैड की मात्रा सीमा के अंदर पाई गई है। यह जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के महानिदेशक एस नारायणन ने दी।
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नारायणन ने बताया कि विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों से मैगी एवं मसाले के 134 नमूने एकत्र किए थे। मैगी की जांच दो पहलुओं पर करवाई गई, ताकि इसमें मिले हानिकारक रासायनिक पदार्थों का पता लगाया जा सके। इसके पहले बिंदू की जांच के दौरान किसी भी पदार्थ पर एमएसजी की मात्रा लिखा होना आवश्यक होता है, लेकिन मैगी के पैकेटों पर एमएसजी की मात्रा नही लिखी पाई गई है, जोकि गलत है। इससे किसी भी वस्तु में उपस्थित अम्लता की मात्रा का पता चलता है।
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नारायणन ने बताया कि इसके अलावा, मैगी में लैड (शीशे) की मात्रा का पता लगाने के लिए इसके नमूने चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर की प्रयोगशाला में भेजे गए थे। हरियाणा में इस प्रकार की जांच की कोई सुविधा एवं लैब नहीं है। जांच में मैगी व मसाले में लैड की मात्रा सीमा के अंदर पाई गई है।
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दोबारा हो सकती है जांच : विज
दूसरी ओर, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा हे कि मैगी व मसालों की रिपोर्ट आ गई है। लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए यदि आवश्यकता महसूस की गई तो नमूनों की जांच दोबारा किसी अन्य लैब से करवाई जा सकती है।