पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीपी मलिक बोले- चीन पर नहीं किया जा सकता भरोसा, कूटनीतिक वार्ता हो
पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीपी मलिक का कहना है कि चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। हम सैन्य तरीके से चीन से निपटने में सक्षम हैं लेकिन शांति से मामला सुलझ जाए तो बेहतर होगा।
पंचकूूला, [रोजश मलकानियां]। पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीपी मलिक का कहना है कि भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में पैदा हालात का कूटनीति तरीके से समाधान निकाला जाना चाहिए। कहा है कि चीन और भारत के बीच एलएसी का चीन ने सीधे तौर पर उल्लंघन किया है। विवादित क्षेत्र पर चीन कब्जा नहीं कर सकता है। बॉर्डर पर स्थिति ठीक नहीं है। चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। मौजूदा हालात में फॉर्मल और कूटनीति बातचीत होनी चाहिए थी, उनके इलाके में जाकर बातचीत नहीं करनी चाहिए। हम सैन्य तरीके से हर हालत से निपटने में सक्षम हैं, शांति से मामला निपट जाए तो बेहतर होगा।
इस तरह की घटना गलवान घाटी में पहले कभी नहीं देखी
पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि इस तरह की घटना गलवान घाटी में पहले कभी नहीं देखी गई थी। दोनों देशों के बीच असहमति ने इस घटना का रूप ले लिया। उन्होंने कहा, 'मैं नहीं चाहता कि ऐसी घटना फिर से सामने आए। मैं चाहता हूं कि सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत के जरिये तनाव कम करने के उपाय हों। सैन्य स्तर पर बातचीत की अपनी सीमाएं हैं, ऐसे में कूटनीतिक स्तर पर बातचीत के जरिये हालात सुधारने की कोशिश होनी चाहिए।
शहादत देने वाले भारतीय सैनिकों को नमन
उन्होंने कहा कि पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि मैं झड़प में शहादत देने वाले भारतीय सैनिकों को नमन करता हूं और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। भारत और चीन के बीच गतिरोध के समाधान के लिए कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत का दौर जारी है, लेकिन बार्डर पर जबरदस्त तनाव है। जनरल मलिक ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि पत्थर भी इंसान को मार सकता है। स्टिक और लोहे के राड के इस्तेमाल की रिपोर्ट भी सामने आई है।
उन्होंने कहा कि तथ्य यह है कि हमारे सैनिकों की जान गई है। एलएसी के आसपास दोनों पक्षों का जमावड़ा है और रहेगा। जनरल मलिक ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि इस समय भारत के पास काफी अत्याधुनिक हथियार है और हम हर स्थिति से निपटने में समक्ष हैं, लेकिन फिर भी बातचीत हल निकल जाए, तो बेहतर होगा।