कालका-परवाणू बाईपास पर लगे सीसीटीवी
चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक के बोझ के बारे में आकड़े जुटाने और सड़क के हालात के बारे में जानकारी रखने के लिए यहां टीपरा के पास कालका-परवाणू बाईपास पर कैमरे लगाए गए हैं जोकि वाहनों की गिनती करने का काम करेंगे।
संस, कालका : चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक के बोझ के बारे में आकड़े जुटाने और सड़क के हालात के बारे में जानकारी रखने के लिए यहां टीपरा के पास कालका-परवाणू बाईपास पर कैमरे लगाए गए हैं, जोकि वाहनों की गिनती करने का काम करेंगे। इसके अलावा सड़क पर केबल की तरह दिखाई देने वाली ट्यूब लगाई गई है, जोकि गुजरने वाले वाहन के वजन के बारे में जानकारी देगी। इस काम को मुंबई की एक प्राईवेट कंपनी के कर्मचारियों ने देर शाम तक पूरा किया। कैमरों से हाईवे की कंडीशन के बारे में मिलेगी पुख्ता जानकारी
जानकारी के अनुसार बाईपास रोजाना कितने वाहन गुजरते हैं इस बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं होती है। अभी तक टोल प्लाजा पर वाहनों की संख्या के बारे में पता चलता है, लेकिन यहां से नालागढ़ बद्दी रोड का ट्रैफिक भी शामिल होता है, जिससे अकेले बाईपास के ट्रैफिक के आंकड़े नहीं मिल पाते। इसके अलावा यह भी जानकारी नहीं मिलती कि सड़क पर रोजाना कितने वजन के वाहन गुजर रहे हैं, जिससे हाईवे की कंडीशन के बारे में पुख्ता जानकारी किसी के पास नहीं होती है। अब इन कैमरों और ट्यूब से न केवल बाईपास पर गुजरने वाले वाहनों की संख्या का रिकॉर्ड होगा, बल्कि सड़क पर रोजाना कितना वजन पड़ रहा है इसकी जानकारी भी होगी। हाईवे पर दोनों ओर लगाए गए कैमरे
कंपनी की टीम के मैनेजर रूषी रवाड़े और भगवंत कुंभार ने बताया कि बाईपास पर आने-जाने वाले दोनों साइड के वाहनों को कवर करने के लिए अलग-अलग कैमरे लगाए गए हैं, जोकि सोलर पेनल से चलेंगे। कैमरों से न केवल वाहनों की संख्या के बारे में जानकारी मिलेगी, बल्कि इससे वाहन की नंबर प्लेट भी रिकॉर्ड होने के चलते किसी भी वाहन की तलाश आसानी से की जा सकेगी। कंपनी का मुंबई के बेलापुर स्थित कार्यालय में बाईपास से गुजरने वाले वाहनों का पूर रिकॉर्ड रहेगा।