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मोरनी उपतहसील में दलालों का कब्जा, जजपा नेताओं ने तहसीलदार से की मुलाकात

तहसील कार्यालय में कार्य न होने और रिश्वत लेने जैसी शिकायतों पर जजपा नेताओं ने गुरुवार को तहसीलदार से बातचीत की। लोगों की समस्या पर जननायक जनता पार्टी के जिला ग्रामीण अध्यक्ष भाग सिंह दमदमा मोरनी प्रधान बलदेव राणा गवाही की टीम के साथ तहसील कार्यालय पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 08:50 PM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 08:50 PM (IST)
मोरनी उपतहसील में दलालों का कब्जा, जजपा नेताओं ने तहसीलदार से की मुलाकात
मोरनी उपतहसील में दलालों का कब्जा, जजपा नेताओं ने तहसीलदार से की मुलाकात

संस, मोरनी : तहसील कार्यालय में कार्य न होने और रिश्वत लेने जैसी शिकायतों पर जजपा नेताओं ने गुरुवार को तहसीलदार से बातचीत की। लोगों की समस्या पर जननायक जनता पार्टी के जिला ग्रामीण अध्यक्ष भाग सिंह दमदमा मोरनी प्रधान बलदेव राणा गवाही की टीम के साथ तहसील कार्यालय पहुंचे। उन्होंने बताया कि लोगों की लगातार मिल रही शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए अजय और दुष्यंत चौटाला ने जजपा के वरिष्ठ नेता भाग सिंह दमदमा को लोगों की समस्याओं को हल करवाने की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्री करवाने आए लोग दलालों की ओर से पैसे की वसूली को लेकर परेशान दिखे।

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तहसील कार्यालय में लोगों ने बताया कि यहां पर कुछ चुनिदा व्यक्तियों के हाथों से पैसों का लेनदेन किया जाता है। नायब तहसीलदार के आने से लेकर जाने तक की सारी जानकारी इस लोगों को होती है। जबकि आम जनता को अपने काम करवाने के लिए भटकना पड़ता है। रजिस्ट्री में जो पैसा देने में आना कानी करते हैं उनकी रजिस्ट्री को लटका दिया जाता है। वहीं नायब तहसीलदार पूनम सोलंकी ने इन सबकी जानकारी नहीं होने की बात कही। इस अवसर पर पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष बलदेव राणा गवाही, युवा प्रदेश सचिव चमेल राणा, महासचिव दविद्र सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

छोटे से काम के लिए वसूल लिए नौ हजार रुपये

मामला उस समय काफी गर्म हो गया जब पैसों के लेन देन पर नायब तहसीलदार पूनम सोलंकी अपने स्टाफ का बचाव करतीं दिखी। उसी समय पलासरा पंचायत के रहने वाले एक व्यक्ति ने अधिकारी के समक्ष अपनी बात मौखिक तौर पर रखी। युवक ने बताया कि उससे किसी छोटे काम को करवाने के लिए नौ हजार रुपये वसूल हैं। आरोपों के बाद जब रजिस्ट्री रीडर साहिल कुमार को बुलाया और उन्होंने सीधे तौर पर न सही पर पैसे लेने की बात को स्वीकार किया।

कोटस

रजिस्ट्री के नाम पर जो पैसे वसूले जा रहे हैं उसकी उन्हें जानकारी नहीं है। अगर किसी से पैसों की डिमांड की जाती है तो वह सीधे तौर पर उनसे आकर मिल सकता है।

पूनम सोलंकी, नायब तहसीलदा।


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