Haryana BJP में मनोहर घुट्टी के साथ दो दिन का मंथन, अब संगठन की मजबूती पर ध्यान
हरियाणा में भाजपा को उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिली। इस कारण भाजपा ने लगातार दो दिन तक मंथन किया। अब पार्टी संगठन की मजबूती पर ध्यान देगी।
चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिलने के कारणों पर लगातार दो दिन तक मंथन कर चुकी भाजपा अब संगठन की मजबूती पर ध्यान देगी। भाजपा के समस्त नेता और कार्यकर्ता अगले ढ़ाई महीने तक संगठन के कील-कांटे दुरुस्त करने में व्यस्त रहेंगे। भाजपा विधायकों को जहां कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान का पूरा ख्याल रखने की मनोहर घुट्टी मंथन बैठकों में पिलाई गई है, वहीं मंत्रियों से भी कहा गया है कि वे मौजूदा चुनाव नतीजों से सबक लेते हुए लोगों और कार्यकर्ताओं के हित में आगे बढ़ें।
गुरुग्राम में दो दिन तक चले भाजपा के मंथन में हार के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया गया। किसी ने संगठन और सरकार के काम पर अंगुली उठाई तो किसी ने कार्यकर्ताओं की अनदेखी व अफसरों द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने से बढ़ी नाराजगी को मुद्दा बनाया। कुछ ने चुनाव से पहले दिए गए 75 पार के नारे को भी हार का बड़ा कारण बताया तो कुछ ने जन आशीर्वाद यात्रा पर सवाल उठाए। काउंटर (बचाव) भी साथ-साथ हुए।
कार्यकर्ताओं की बात सुनने के बाद प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जन आशीर्वाद यात्रा को माहौल बनाने में सहायक बताते हुए उन्हें संगठन की मजबूती के लिए प्रेरित किया। लगे हाथ विधायकों को सीख दी गई कि वे पहले साल से ही कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलें। बहरहाल, मंथन के बीच मंत्रियों, विधायकों और सांसदों से संगठन की मजबूती के लिए फील्ड में काम करने को कहा गया है।
भाजपा कोर कमेटी की बैठक से पहले पार्टी संगठन की मजबूती के लिए पूरी जिम्मेदारी से काम करेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हालांकि जल्दी है, लेकिन हरियाणा भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष एक से 15 फरवरी 2020 में मिलने की संभावना है। तब तक चुनाव का शेड्यूल जारी कर दिया गया है, जिसके आधार पर कई जिलाध्यक्षों और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष का बदलाव तय है।
मनोहर लाल के मंत्रिमंडल में चार जाट मंत्री बनाए गए हैैं। प्रदेश अध्यक्ष के नाते सुभाष बराला हालांकि मुख्यमंत्री को काफी रास आते हैैं, लेकिन पार्टी इस बार किसी गैर जाट नेता को अध्यक्ष बना सकती है। ब्राह्मणों को यदि प्रतिनिधित्व देने की रणनीति बनी तो प्रो. रामबिलास शर्मा बड़ा नाम हैैं। मौजूदा महामंत्री संदीप जोशी का नाम भी अध्यक्ष के लिए चल रहा है। उनके पिता रमेश जोशी हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैैं।
ब्राह्मण नेताओं के रूप में रोहतक के सांसद डॉ. अरविंद शर्मा और सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैैं। पिछड़े वर्ग में कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी का नाम सबसे मजबूत है। हालांकि केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का नाम भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा में है, लेकिन मोदी कैबिनेट की बड़ी जिम्मेदारी की वजह से भाजपा को हरियाणा में फुल टाइमर अध्यक्ष की तलाश रहेगी। अरविंद यादव हालांकि अध्यक्ष पद के दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें हटा दिया है। अब वीर कुमार यादव प्रबल दावेदार हैं।
भाजपा को यदि जाटों पर ही दांंव खेलना पड़ा तो पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और कैप्टन अभिमन्यु के साथ सुभाष बराला व विधायक महीपाल सिंह ढांडा बड़े नाम चर्चा में हैैं। वैश्यों में विधायक डॉ. कमल गुप्ता, विधायक दीपक मंगला और सीएम के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन के नाम प्रमुखता से लिए जा सकते हैैं।
चुनाव अधिकारी तय करने को 26 नवंबर को रोहतक में बैठक
भाजपा के सदस्यता सह प्रमुख विशाल सेठ के अनुसार 26 नवंबर को रोहतक में होने वाली बैठक में सभी जिलों के लिए चुनाव अधिकारी तय किए जा सकते हैैं। इस बैठक में सभी सदस्यता प्रमुख भागीदारी करेंगे, जिसमें पूरे राज्य का डाटा कंपाइल कर चुनाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
इस तरह से होगा हरियाणा भाजपा का चुनाव शेड्यूल
- भाजपा की पिछली बार तक सदस्यता : 32 लाख
- विशेष सदस्यता अभियान में बढ़े सदस्य : 8 लाख
- भाजपा की कुल सदस्यता : करीब 40 लाख
- एक से 10 दिसंबर तक सक्रिय सदस्यता
- 10 से 15 दिसंबर तक सक्रिय सदस्यता का सत्यापन
- 15 से 25 दिसंबर तक 20 हजार बूथ इकाइयों का चुनाव। फिर बूथ अध्यक्ष का चुनाव
- एक से 10 जनवरी 2020 तक तीन सौ मंडल के चुनाव व अध्यक्षों का चयन
- 10 से 15 जनवरी 2020 तक मंडल अध्यक्ष के चुनाव की आपत्तियों का निपटान
- 15 से 25 जनवरी 2020 तक मंडल अध्यक्षों द्वारा 22 जिला अध्यक्षों का चुनाव
- 25 से 30 जनवरी 2020 तक जिला अध्यक्षों के चुनाव की आपत्तियों का निपटान
- हरियाणा भाजपा के नए अध्यक्ष का चुनाव एक से 15 फरवरी 2020 के बीच।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें