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भाजपा की निगाह हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर, सात नए प्रत्‍याशियों की तलाश

भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर नजर है और वह इन पर अपना कब्जा करना चाहती है। इसके लिए पार्टी सात सीटों पर नए प्रत्‍याशी मैदान में उताने की तैयारी में है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 10:24 AM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 08:54 PM (IST)
भाजपा की निगाह हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर, सात नए प्रत्‍याशियों की तलाश
भाजपा की निगाह हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर, सात नए प्रत्‍याशियों की तलाश

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। मिशन 2019 में जुटी भाजपा की निगाह हरियाणा की सभी दस लोकसभा सीटों पर है। जींद उपचुनाव के नतीजे हक में आने से उत्साहित भाजपा ने अब लोकसभा की सभी सीटों पर जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी। हरियाणा की लोकसभा चुनाव समिति के प्रभारी कलराज मिश्र जहां हर सीट पर उम्मीदवारों के बारे में फीडबैक हासिल कर चुके, वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी मजबूत दावेदारों की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है। संकेत हैं कि भाजपा इस बार सात लोकसभा सीटों पर नए चेहरे आजमा सकती है।  इस बार उसकी खास नजर हिसार, रोहतक और सिरसा सीटों पर है।

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हिसार, रोहतक और सिरसा में विपक्षी दलों का गढ़ भेदने की होगी चुनौती

हरियाणा में लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव संभव हैं। नई दिल्ली में लोकसभा चुनाव समिति और भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में इस पर पार्टी के प्रमुख नेताओं की राय भी ली जाएगी। राय हक में आई तो हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के तुरंत बाद विधानसभा भंग करने की सिफारिश की जा सकती है। विधानसभा का बजट सत्र 20 फरवरी से शुरू होकर 27 फरवरी तक चलने की संभावना है।

बजट सत्र से पहले-पहले सरकार इस नतीजे पर पहुंचना चाहती है कि राज्य में लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव कराए जाएं अथवा नहीं। यदि चुनाव साथ हुए तो प्रदेश सरकार के बजट का प्रारूप कुछ अलग ही होगा। सरकार के साथ-साथ संगठन को भी अपना होमवर्क पूरा करने के लिए कह दिया गया है। इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव प्रभारी कलराज मिश्र सभी दस लोकसभा सीटों के बारे में जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश में जुट गए हैं।

कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत और भिवानी सीटों पर बदलाव की तैयारी

प्रदेश की दस लोकसभा सीटों में से सात पर भाजपा का कब्जा है। तीन लोकसभा सीट रोहतक में कांग्रेस, हिसार में इनेलो और सिरसा में इनेलो सांसद प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हिसार से इनेलो टिकट पर जीते दुष्‍यंत चाैटाला ने अब अपनी जननायक जनता पार्टी बना ली है। भाजपा के लिए चुनौती सिर्फ इन तीन लोकसभा सीटों को जीतने की नहीं है, जिन पर विपक्ष के सांसदों का कब्जा है। भाजपा को इस बार सात लोकसभा सीटों पर नए चेहरे तलाश करने पड़ सकते हैं। पार्टी के चार मौजूदा सांसद ऐसे हैं, जो अगले चुनाव के दौरान या तो जीत की स्थिति में नहीं हैं या फिर खुद चुनाव नहीं लड़ना चाहते। इनमें कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत और भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीटें आती हैं।

हरियाणा के मंत्रियों मनीष ग्रोवर और रामबिलास शर्मा के साथ कलराज मिश्र।

अंबाला में रतनलाल कटारिया, फरीदाबाद में कृष्णपाल गुर्जर और गुरुग्राम में राव इंद्रजीत को भाजपा हाल-फिलहाल सेफ कंडीडेट माना जा सकता है, लेकिन सोनीपत और भिवानी-महेंद्रगढ़ में उसे नए चेहरों की तलाश करनी होगी। सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक और भिवानी के सांसद धर्मबीर कई बार इशारा कर चुके कि वे अगला चुनाव विधानसभा का लड़ेंगे, लेकिन जींद उपचुनाव के नतीजे भाजपा के हक में आने के बाद उन्होंने मन बदल लिया है। बताया जाता है कि दोनों सांसद फिर से लोकसभा का चुनाव लड़ने के बारे में सोचने लगे हैं, लेकिन पार्टी इन दोनों चेहरों की बजाय नए विकल्पों को कई सूरत में नजरअंदाज नहीं कर रही है।

करनाल के मौजूदा भाजपा सांसद अश्विनी चोपड़ा काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। हालांकि अब वह स्वस्थ हैं, लेकिन पार्टी यहां भी नया चेहरा लाने पर गंभीरता से विचार कर रही है। कुरुक्षेत्र के भाजपा सांसद राजकुमार सैनी अपनी अलग लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी बना चुके हैं। उन्हें पार्टी से न निकालना भाजपा की राजनीतिक मजबूरी हो सकती है, लेकिन भाजपा को कुरुक्षेत्र में राजकुमार सैनी का नया विकल्प चाहिए।

मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल और हरियाणा भाजपा प्रधान सुभाष बराला।

अंबाला में रतनलाल कटारिया को पार्टी फिर से मजबूत उम्मीदवार मानती है। हिसार में जेजेपी सांसद दुष्यंत चौटाला हैं। भाजपा को हिसार, रोहतक और सिरसा में ऐसे जिताऊ चेहरों की तलाश है, जो न केवल इनेलो, कांग्रेस व जेजेपी के गढ़ को ध्वस्त कर सकें, बल्कि यह तीनों लोकसभा सीटें भाजपा की झोली में डाल सकें।

गुरुग्राम के भाजपा सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत कई बार पार्टी पर दबाव बनाते देखे गए। केंद्रीय बजट में उनकी एम्स की बड़ी मांग पूरी हुई है। उन्हें कभी कांग्रेस तो कभी जेजेपी के मिजाज का समर्थन करते और मुख्यमंत्री पर हमलावर होते देखा गया है, लेकिन यह उनकी राजनीतिक कला भी हो सकती है। लिहाजा भाजपा के पास उन पर भरोसा न करने का कोई बड़ा कारण नहीं है।

राव इंद्रजीत की न केवल दक्षिण हरियाणा बल्कि पूरे मध्य हरियाणा में भी अच्छी पकड़ है। यही स्थिति फरीदाबाद के भाजपा सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की है। उनकी केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल दोनों के साथ अच्छी ट्यूनिंग है। लिहाजा लोकसभा चुनाव के दौरान गुर्जर को इस ट्यूनिंग का फायदा मिलता दिखाई देगा।

हरियाणा में आॅपरेशन करेगी पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हरियाणा दौरे के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में अधिक उत्साह का संचार होने की संभावना है। पांच नगर निगमों व जींद उपचुनाव में जीत के बाद से यह उत्साह बना हुआ है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी को कुरुक्षेत्र तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 27 फरवरी को हिसार आ रहे हैं। पार्टी के दोनों दिग्गज नेताओं के हरियाणा दौरे पर दूसरे दलों की भी निगाह टिकी हुई है।


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