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Haryana, Baroda By election 2020: क्षत्रपों पर डोरे डाल रण जीतने की रणनीति में जुटी भाजपा-कांग्रेस

Haryana Baroda By election 2020 बरोदा विधानसभा सीट के उपचुनाव के रण में जीत के लिए भाजपा और कांग्रेस सभी दांव-पेंच आजमा रही है। दोनों पार्टियां बरोदा के रण को जीतने केे लिए क्षेत्रीय क्षत्रपों पर डोरे डाल रही है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 08:42 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 08:42 AM (IST)
Haryana, Baroda By election 2020: क्षत्रपों पर डोरे डाल रण जीतने की रणनीति में जुटी भाजपा-कांग्रेस
हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा।

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। Haryana, Baroda By election 2020: बरोदा उपचुनाव में मुख्य मुकाबले में खड़ीं भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे के क्षत्रपों पर डोरे डाल रही हैं। अभी तक भाजपा के दो प्रमुख नेता कांग्रेस में और कांग्रेस के तीन प्रमुख नेता भाजपा का दामन थाम चुके हैं। दलों में आवागमन का यह सिलसिला टिकट वितरण से पूर्व ही शुरू हो गया था। बरोदा उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख से ठीक तीन दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसकी पहल की।

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डा. कपूर नरवाल से हुई हुड्डा की पहल का लगातार जवाब दे रही है भाजपा

हुड्डा ने बरोदा में सबसे मजबूत माने जा रहे भाजपा नेता डा. कपूर नरवाल को कांग्रेस का टिकट देने का वायदा करते हुए अपने खेमे में मिला लिया।  हुड्डा हालांकि कपूर नरवाल को टिकट दिलवाने में कामयाब नहीं हो सके। यही कारण था कि कपूर नरवाल ने निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल कर दिया, मगर पूर्व सीएम हुड्डा के आग्रह पर एक बार फिर उनके खेमे में लौट गए। कपूर नरवाल अब कांग्रेस प्रत्याशी इंदुराज नरवाल का प्रचार कर रहे हैं।

प्रदीप सांगवान के बाद किताब सिंह मलिक और मा.जगबीर मलिक भाजपा के हुए

हुड्डा ने भाजपा से कपूर नरवाल को अलग किया तो भाजपा के रणनीतिकार भी सक्रिय हो गए। भाजपा ने कांग्रेस में टिकट से वंचित पूर्व सांसद किशन सिंह सांगवान के पुत्र प्रदीप सांगवान को पार्टी में शामिल कर लिया। इन दोनों नेताओं के बाद एकाएक जींद जिला के जुलाना हल्के से विधायक रहे परमिंद्र सिंह ढुल ने भाजपा छोड़ पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन कर दिया। भाजपा के रणनीतिकार भी कहां पीछे रहने वाले थे।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गोहाना से विधायक रहे दिग्गज कांग्रेस नेता किताब सिंह मलिक को भाजपा में शामिल कर लिया। इतना ही नहीं नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में सीएम ने किताब सिंह मलिक के अलावा बरोदा हल्के से कांग्रेस का टिकट मांग रहे मास्टर जगबीर मलिक और उनके समर्थकों का भी भाजपा के लिए समर्थन जुटा लिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा भवन के प्रांगण में एक सवाल के जवाब में यह भी साफ कर दिया कि अगले पांच ििदनों में दूसरे दलों के कुछ और भी नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं।

नाटकीय अंदाज में कांग्रेस छोड़ भाजपा के समर्थन में आए मास्टर जगबीर मलिक

बरोदा में भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर दत्त के पैतृक गांव भैंसवाल के ही रहने वाले मास्टर जगबीर मलिक कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य दीपेेंद्र हुड्डा के समर्थक रहे हैं। दीपेंद्र हुड्डा के नजदीकी होने के चलते ही वह 2019 के आम चुनाव और अब उपचुनाव में बरोदा हल्के से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे। दोनों बार टिकट से निराश मास्टर जगबीर सिंह शिक्षा विभाग में शारीरिक शिक्षक पद पर नियुक्त हैं। हालांकि, खुद जगबीर सिंह बताते हैं कि उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृति के लिए आवेदन दिया हुआ है। कांग्रेस छोड़ जगबीर मलिक सोमवार दोपहर जब भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर दत्त का समर्थन करने के लिए नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन अपने समर्थकों के साथ पहुंचे तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी उनके स्वागत के लिए भवन के प्रांगण में आ पहुंचे।

यहां मुख्यमंत्री ने जगबीर मलिक के समर्थकों को संबोधित किया। इसी बीच पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने भाजपा का एक पटका जगबीर मलिक को पहनाने के लिए सीएम के हाथ में थमा दिया मगर तभी सांसद संजय भाटिया ने सीएम को बताया कि जगबीर मलिक अभी सरकारी नौकरी में है इसलिए इनके समर्थकों को पार्टी में शामिल कर लें। इसके बाद सीएम ने पटका जगबीर मलिक के भाई राज सिंह मलिक को पहनाया।


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