बिहार को भायी अप्रेंटिसशिप में हरियाणा की सफलता, राज जानने पहुंचा प्रतिनिधिमंडल
हरियाणा नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रोमोशन स्कीम में भी दूसरे राज्यों के लिए नजीर बन गया है। बिहार का प्रतिनिधिमंडल अब दो दिन तक प्रदेश में योजना की सफलता का विश्लेषण करेगा।
जेएनएन, चंडीगढ़। आधा दर्जन से अधिक केंद्रीय योजनाओं का लांचिंग पैड रहा हरियाणा 'नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रोमोशन स्कीम' में भी दूसरे राज्यों के लिए नजीर बन गया है। बिहार का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल अब दो दिन तक प्रदेश में योजना की सफलता का विश्लेषण करेगा।
अप्रेंटिस कार्यक्रम से सर्वाधिक युवाओं को जोड़ने के लिए हरियाणा को सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में 'चैंपियन ऑफ चेंज' का अवार्ड मिल चुका है। बिहार के नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के निदेशक धर्मेंद्र सिंह ने हरियाणा के कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के महानिदेशक को पत्र लिख टीम को तमाम पहलुओं की जानकारी देने का अनुरोध किया है।
हरियाणा के कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि प्रदेश में युवाओं को अप्रेंटिसशिप देने के लिए 10 हजार 601 संस्थाएं पंजीकृत हैं जिनमें 47 हजार 815 युवाओं ने प्रशिक्षण लिया। सरकारी विभागों में भी युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मानदेय के लिए 141 करोड़ रुपये रखे गए हैं। अभी तक करीब साढ़े 18 हजार युवाओं को सरकारी विभागों में प्रशिक्षण दिलाया जा चुका।
मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि प्रदेश में अप्रेंटिसशिप योजना को कारगर बनाने के लिए विशेष तौर पर उपनिदेशक की नियुक्ति की ताकि मैनपॉवर उपलब्ध कराने वाली संस्थाओं में योजना का क्रियान्वयन किया जा सके। इसके अलावा अधिकारियों को स्थानीय संस्थाओं का दौरा कर सूक्ष्म, लघु और मध्यम व बड़े उद्योगों का डाटा बेस तैयार करने का मासिक लक्ष्य दिया गया। इसके अलावा उपायुक्त की अगुवाई वाली जिला अप्रेंटिसशिप समितियां हर तिमाही योजना की प्रगति की समीक्षा और निगरानी करती हैं।