Bigg Boss fame भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट का धमाका, वीडियो वायरल, पढ़ें हरियाणा के सत्ता के गलियारे की और भी खबरें
बिग बॉस फेम भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में सोनाली कहती सुनाई दे रही हैं कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला कल हिसार आए थे तब तुम लोगों ने क्या बिगाड़ लिया।
चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। बिग बास (Bigg boss) फेम भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट (Sonali Phogat) एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनका हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें सोनाली कहती सुनाई दे रही हैं कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला कल हिसार आए थे, तब तुम लोगों ने क्या बिगाड़ लिया। सोनाली के इस वीडियो में आगे और बाद की किसी बात का जिक्र नहीं है।
इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि सोनाली ने किसी न किसी खास संदर्भ में डिप्टी सीएम के हिसार आने का जिक्र करते हुए अपनी बात कही थी, लेकिन आदमपुर से चुनाव लड़ चुकीं सोनाली का यह वीडयो इतना अधिक वायरल हुआ कि भाजपा नेताओं की परेशानी बढ़ गई। रही-सही कसर आदमपुर के कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई के समर्थकों ने पूरी कर दी। हिसार में दुष्यंत के आगमन के विरोध और सोनाली के इस वीडियो को इतना अधिक वायरल किया गया कि लोग सोचने पर मजबूर हो गए कि आखिर सही क्या है और गलत क्या है। सोनाली को चर्चाओं में रहना पसंद है। लिहाजा अपनी इस वीडियो क्लीङ्क्षपग पर सोनाली ने कोई जवाब भी नहीं दिया है।
ओमप्रकाश धनखड़ का प्रकृति प्रेम
हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ का योग और प्रकृति के प्रति लगाव बढ़ता जा रहा है। आध्यात्मिक प्रवृत्ति के धनखड़ जब पिछली सरकार में मंत्री थे, तब उन्होंने अपने आवास पर अलग से एक साधना केंद्र बनाया हुआ था। अब भी वह नियमित रूप से साधना करते हैं। गीत, रागिनी, प्रार्थनाएं और आलेख लिखने का उन्हें शुरू से शौक है। उनके कई गीत और रागनियां काफी लोकप्रिय हुई हैं। अब धनखड़ ने हाल ही में एक प्रार्थना लिखी है, जिसका शीर्षक आत्मा स्वतंत्र है।
धनखड़ के लिखे इस गीत को मीनाक्षी पांचाल ने गाया है और मुकेश इसके संगीतकार हैं। इस प्रार्थना का आडियो मन को शांति देने वाली है और वीडियो में धनखड़ प्रकृति के नजदीक रहते हुए अपने विशेष आयोजनों का उल्लेख करते दिखाई दे रहे हैं। धनखड़ आजकल अपने गुस्से पर कंट्रोल करने की विधा भी अपना रहे हैं। पास बैठे कार्यकर्ता ने जब कहा कि धनखड़ साहब... आपको तो गुस्सा आता ही नहीं, इस पर धनखड़ मुस्कुराए और बोले कि विधानसभा में जब विपक्ष के लोग झूठ बोलते थे, तब मुझे गुस्सा आ जाता था, लेकिन अब मैं गुस्से पर कंट्रोल कर रहा हूं।
विपुल गोयल की बढ़ती सक्रियता
हरियाणा के पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने अचानक अपनी राजनीतिक सक्रियता बढ़ा दी है। विपुल गोयल की गिनती मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पिछली सरकार में पावरफुल मंत्रियों में होती थी। मंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जागरूकता से जुड़े कई अभियान चलाए। हालांकि विधायक और मंत्री बनने से पहले भी उनके यह अभियान चलते थे, लेकिन मंत्री बनने के बाद उनका विस्तार होता गया।
राजनीतिक टांग-खिंचाई के चलते 2019 के चुनाव में विपुल गोयल का टिकट कट गया। तब उन्हें कांग्रेस ने अपनी पार्टी से टिकट देने के लिए बहुत मनाया, लेकिन भाजपा की जड़ों से बंधे विपुल इस पर तैयार नहीं हुए। आखिरकार भाजपा के नरेंद्र कुमार गुप्ता की जीत हुई। नरेंद्र और विपुल की दोस्ती भी जगजाहिर है। कुछ समय तक विपुल राजनीतिक तौर पर शांत रहे, लेकिन अब पार्टी ने दूसरे राज्यों में हो रहे चुनाव में उनकी सेवाएं ली। हरियाणा सरकार हो या फिर केंद्र की मोदी सरकार, किसी भी जनहित के बड़े फैसले या आयोजन में वे खुद को इंटरनेट मीडिया के जरिये शामिल करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देते। उनकी इस सक्रियता से विपुल के राजनीतिक विरोधी परेशान नजर आ रहे हैं।
भाजपाइयों का दुष्यंत प्रेम
दो दिन पहले हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का जन्मदिन था। जननायक जनता पार्टी ने अपने नेता के जन्मदिन पर जो आयोजन किए सो किए, लेकिन इंटरनेट मीडिया पर दुष्यंत को बधाई देने वाले भाजपा नेताओं की लंबी लाइन लग गई। भाजपा के सांसदों और विधायकों से लेकर कोई नेता ही ऐसा बचा होगा, जिसने दुष्यंत चौटाला को जन्मदिन की बधाई न दी हो। जिस दिन दुष्यंत को इंटरनेट मीडिया पर बधाइयां मिल रही थी, उसी दिन उनके चाचा अभय सिंह चौटाला दुष्यंत के विधानसभा क्षेत्र उचाना के चार दिवसीय दौरे पर थे।
स्वाभाविक है कि चाचा ने भतीजे को क्या-क्या नहीं कहा होगा, लेकिन मौका मिलने पर भतीजा भी पीछे नहीं रहता। चाचा जब बोलता है कि मैं दुष्यंत को राजनीति में लाया तो भतीजे का जवाब होता है कि मेरी फीस का खर्चा भी चाचा ने ही भरा होगा। बहरहाल, यहां बात हो रही है भाजपाइयों के दुष्यंत प्रेम की। आखिर दुष्यंत गठबंधन सरकार की वह मजबूत कड़ी जो बन गए, जो जब तक टिकी रहेगी, तब तक सब कुछ ठीक चलता रहेगा...वरना अंजाम के अंदाजे खुद लगाए जा सकते हैं।