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Haryana Congress: कांग्रेस के असंतुष्टों से अलग हुए हुड्डा, खड़गे के नामांकन से दिए बड़े सियासी संकेत

Haryana Congress हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने असंतुष्‍ट गुट से किनारा कर लिया है। उन्‍होंने साफ कर‍ दिया है वह कांग्रेस अध्‍यक्ष चुनाव में गांधी परिवार की लाइन पर चलेंगे। हुड्डा ने मल्लिकार्जुन खड़गे का नामांकन कर बड़े सियासी संकेत दिए हैं।

By Jagran NewsEdited By: Sunil kumar jhaPublished: Fri, 30 Sep 2022 09:10 PM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2022 09:10 PM (IST)
Haryana Congress: कांग्रेस के असंतुष्टों से अलग हुए हुड्डा, खड़गे के नामांकन से दिए बड़े सियासी संकेत
Haryana Congress: हरियाणा के पूर्व सीएम भूूपेंद्र सिंह हुड्डा , सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे। (फाइल फा‍ेटो)

अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। Haryana Congress: देश में हो रहे कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा नई भूमिका में सामने आए हैं। भूपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस के असंतुष्टों नेताओं के 'जी-23' समूह का प्रमुख सदस्य माना जाता है। नई भूमिका में भूपेंद्र हुड्डा और उनके सांसद पुत्र दीपेंद्र हुड्डा जिस तरह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावक बने, उससे साफ हो गया है कि हुड्डा पूरी तरह से गांधी परिवार के साथ खड़े हैं।

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अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावक बने भूपेंद्र हुड्डा व दीपेंद्र हुड्डा

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी हुड्डा और दीपेंद्र केरल होकर आए हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ भूपेंद्र हुड्डा की अच्छी दोस्ती है। अशोक गहलोत के जब कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने की संभावना थी, तब हुड्डा और दीपेंद्र ने स्पष्ट कह दिया था कि हरियाणा कांग्रेस कमेटी के सभी डेलीगेट (प्रदेश प्रतिनिधि) गहलोत के साथ खड़े नजर आएंगे। राजस्थान में राजनीतिक घटनाक्रम बदला और अशोक गहलोत अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर हो गए।

 चुनाव में जी-23 के नेता शशि थरुर से अलग होकर हुड्डा ने खींची अपनी नई लाइन

अशोक गहलोत के चुनाव नहीं लड़ने के बाद माना जा रहा था कि हुड्डा कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे 'जी-23' के सदस्य शशि थरुर के पाले की तरफ खड़े दिखाई दे सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गांधी परिवार के बेहद नजदीकी मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावक बनकर हुड्डा और दीपेंद्र ने यह साफ कर दिया है कि उनकी राजनीतिक निष्ठाओं और गांधी परिवार के प्रति समर्पण को संदेह की दृष्टि से नहीं देखा जा सकता। हालांकि हुड्डा कई बार कह चुके हैं कि कांग्रेस में 'जी-23' जैसा कोई समूह नहीं है, बल्कि कांग्रेस में लोकतांत्रिक व्यवस्था की पैरवी करने वाले पार्टी नेताओं को मीडिया ने अपने मन से 'जी-23' का नाम दे दिया है।

हुड्डा बाेले- सभी की बात मानी गई और संगठन में लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव हो रहे हैं  

भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अनुसार सभी की बात मानी गई, जिसके आधार पर अब कांग्रेस संगठन में लोकतांत्रित तरीके से चुनाव हो रहे हैं। हुड्डा कांग्रेस में ही अपने राजनीतिक विरोधियों के निशाने पर तब आए थे, जब गुलाम नबी आजाद ने पार्टी छोड़ दी थी और राहुल गांधी के बारे में खुलकर अपनी राय जाहिर की थी।

गुलाम नबी आजाद से मिलने के बाद विराेधियाें के निशाने पर आए थे हुड्डा 

कुमारी सैलजा समेत कई नेताओं ने बयान दिया था कि राहुल गांधी के खिलाफ बोलने वाले गुलाम नबी से हुड्डा को मुलाकात नहीं करनी चाहिए थी, जिसका जवाब हुड्डा ने यह कहते हुए दिया था कि सब पार्टी के लोग हैं। वह गुलाम नबी आजाद को यह समझाने गए थे कि उन्होंने पार्टी छोड़कर सही नहीं किया। अगर फैसला ले भी लिया है तो उन्हें राहुल गांधी समेत पार्टी नेतृत्व के खिलाफ टिप्पणियां करने से परहेज करना चाहिए।

कांग्रेस की रैलियों में भीड़ जुटाते रहे हैं हुड्डा

वैसे भी, हुड्डा की किसी बात को सोनिया गांधी ने कभी नजरअंदाज नहीं किया और हरियाणा में उन्हें फुलफ्लैश काम करने का अवसर दिया। पिछले आठ साल से विपक्ष में रहकर हुड्डा ने भी दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की रैलियों में भीड़ जुटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बता दें कि खड़गे के प्रस्तावकों में रणदीप सिंह सुरजेवाला समर्थक विनीत पूनिया भी शामिल हैं।

हरियाणा के प्रदेश प्रतिनिधियों की सूची जारी नहीं

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के वह नेता हैं, जिन्हें नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। खड़गे नेशनल हेराल्ड से जुड़ी कंपनी यंग इंडिया के प्रिंसिपल आफिसर भी हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी इस केस में पूछताछ हुई है। यह तब का मामला है, जब राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार थी।

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कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव का अहम पहलू यह है कि अभी तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उन 195 डेलीगेट की सूची घोषित नहीं की गई, जिन्हें चुनाव में मतदान करने का अधिकार है। हरियाणा कांग्रेस पिछले काफी समय से इस सूची को छिपाने में लगी है।

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'हमें उम्मीद है खड़गे बनेंगे कांग्रेस अध्यक्ष'

'' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने का हम स्वागत करते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर खड़गे चयनित होंगे। हरियाणा से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मैंने प्रस्तावक के तौर पर खड़गे के नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। हरियाणा कांग्रेस कमेटी चुनाव में खड़गे को वोट देगी।

                                                                                                     - दीपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद,  कांग्रेस।


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