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    हरियाणा लोक सेवा आयोग भर्ती में हुड्डा ने लगाया धांधली का आरोप, कहा- हमारा हक गैर हरियाणवियों को न मिलें

    Updated: Sun, 07 Dec 2025 06:33 PM (IST)

    हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा लोक सेवा आयोग की भर्ती में धांधली का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी सहायक प्रोफे ...और पढ़ें

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    हरियाणा के हकों के पद गैर हरियाणवियों को न मिलें: हुड्डा।

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा लोक सेवा आयोग की भर्ती में एक बार फिर बीजेपी का हरियाणवी विरोधी चेहरा जगजाहिर हो गया है।

    अंग्रेजी सहायक प्रोफेसर (कालेज कैडर) की भर्ती ने इस सरकार के हरियाणा विरोधी चेहरे को पूरी तरह बेनकाब कर दिया है। क्योंकि भर्तियों में लगातार अन्य राज्यों के युवाओं को तरजीह देने वाली सरकार ने इस बार आठ प्रतिशत हरियाणवियों का भी चयन नहीं किया है।

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    भूपेंद्र हुड्डा ने सरकार से सवाल पूछा है कि क्या पूरे हरियाणा में इस पद के लिए सरकार को योग्य उम्मीदवार नहीं मिले। यह सवाल लगातार कांग्रेस द्वारा सड़क से लेकर विधानसभा तक में उठाया जा रहा है। लेकिन आज तक बीजेपी जवाब नहीं दे पाई।

    इस भर्ती में 4,424 उम्मीदवारों ने आवेदन किया, जिनमें से 1,950 ने अंतिम लिखित परीक्षा दी, लेकिन साजिश के तरह सिर्फ 35 प्रतिशत क्वालिफाइंग मार्क्स दिए गए और 151 उम्मीदवार को ही पास किया गया। यहां तक कि यूजीसी-एनईटी-जेआरएफ क्वालिफाइड और पीएचडी धारक उम्मीदवार भी परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पाए।

    हुड्डा ने हैरानी जताई कि चयनित उम्मीदवारों में हरियाणा के मूल निवासियों का प्रतिशत आठ आसपास है। इसलिए हर युवा के दिल में टीस है कि क्या प्रदेश की भर्तियों पर हरियाणवियों का हक नहीं है। ऐसी भर्तियां कर बीजेपी नौकरियों में आरक्षण को खत्म कर रही है।

    क्योंकि इस भर्ती में बीसी-ए उम्मीदवारों के लिए 60 सीटें थीं, लेकिन सिर्फ छह उम्मीदवारों का ही चयन किया गया। इसी तरह बीसी-बी के लिए 36 सीटें आरक्षित थीं, लेकिन सिर्फ तीन का चयन किया गया। ईडब्ल्यूएस के लिए भी 60 सीटें थीं, लेकिन चयन मात्र छह लोगों का हुआ।

    नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सिर्फ एक भर्ती की कहानी नहीं है। इससे पहले बिजली विभाग में एसडीओ से लेकर अन्य विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसर और एचसीएस तक की भर्ती में बीजेपी सरकार यह खेल कर चुकी है। सबसे बड़ी गड़बड़ी तो इन परीक्षाओं में यह हुई कि कई जगह सील टूटे हुए पेपर अभ्यर्थियों को बांटे गए।

    अभ्यार्थियों की मांगों को मानते हुए धांधली वाली तमाम भर्तियों को रद कर दोबारा परीक्षा करवाई जानी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि हरियाणा के हकों के पद किसी गैर हरियाणवी को न मिलें।