संसद में गूंजा खिलाड़ी हार्दिक और अमन की मौत का मामला, दीपेंद्र हुड्डा ने लोकसभा में रखा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव
संसद में बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी और अमन कुमार की मौत का मामला उठा। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने लोकसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखा, जिसमें खिलाड़ियों की दुर्दशा पर चर्चा की मांग की गई। उन्होंने जर्जर खेल ढांचे, अधिकारियों की लापरवाही और आर्थिक सहायता की मांग की। उन्होंने खेल ढांचे को दुरुस्त करने के लिए पर्याप्त बजट की मांग की।

बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक और अमन की मौत का मामला संसद में उठा (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। स्टेडियम में लगे जर्जर पोल के गिरने से मौत का शिकार हुए बास्केटबाल खिलाड़ी हार्दिक व अमन का मामला संसद तक पहुंच गया।
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने खिलाड़ियों की असमय मृत्यु पर चर्चा कराने के लिए लोकसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का नोटिस दिया।
उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ी जर्जर पोल, खराब कोर्ट के साथ बुरी स्थिति में खेल रहे थे। पिछले कई वर्षों से हमारे खिलाड़ी बार-बार अपील कर रहे थे, लेकिन अधिकारी जागे नहीं सरकार भी सोती रही।
सांसद निधि से मैंने 18 .50लाख रुपये दिये, उसे भी तीन साल तक सरकार ने लगाया नहीं,दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो और राष्ट्रीय खिलाड़ी हार्दिक राठी के नाम पर हरियाणा में इंडोर बास्केटबाल स्टेडियम बने। साथ ही खेल ढांचे को दुरुस्त करने के लिए पर्याप्त बजट दिया जाए।
ध्यानाकर्षण नोटिस में रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि 25 नवंबर 2025 को रोहतक के स्टेडियम में अभ्यास के दौरान जंग लगे जर्जर बास्केटबाल पोल गिरने 16 वर्षीय राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबाल खिलाड़ी हार्दिक राठी की हैरान करने वाली मौत को रोका जा सकता था।
इसके मात्र दो दिन पहले झज्जर जिले में 15 वर्षीय खिलाड़ी अमन कुमार की जान ऐसे ही दुखद हादसे में गई जो साफ और सीधे तौर पर आपराधिक लापरवाही है।
सांसद ने बताया कि सांसद निधि उन्होंने लाखनमाजरा स्टेडियम के पुनर्निर्माण के लिए मंजूर 18.50 लाख रुपये (2023 में 12,30,000 रुपये और 2025 में 6,20,000 रुपये) उपयोग न किए जाने का परिणाम है।
हरियाणा के अधिकारियों द्वारा खेल ढांचे जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए मंजूर सांसद निधि जारी करने में लगातार हीलाहवाली करने से स्थिति बेहद गंभीर हो गई है।
जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज कर देशभर में खेल स्टेडियम की सुरक्षा आडिट कराई जाए। खिलाड़ियों के स्वजन को सरकारी नौकरी तथा एक करोड़ की आर्थिक सहायता दी जाए।

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