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पटाखों पर बैन से कारोबारियों के माथे पर खिंची लकीरें, लाखों का नुकसान

सरकार द्वारा पटाखों पर रोक लगाने के बाद पटाखा कारोबारी चिता में डूब गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 06:59 PM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 06:59 PM (IST)
पटाखों पर बैन से कारोबारियों के माथे पर खिंची लकीरें, लाखों का नुकसान
पटाखों पर बैन से कारोबारियों के माथे पर खिंची लकीरें, लाखों का नुकसान

राजेश मलकानियां, पंचकूला : हरियाणा सरकार द्वारा पटाखों पर रोक लगाने के बाद पटाखा कारोबारी चिता में डूब गए हैं। जहां पटाखे बेचने के लिए स्टॉक जमा करने के बाद कारोबारी स्टॉल लगाने की तैयारी कर रहे थे, वहीं, सरकार के फैसले ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। शहर में चार बड़े थोक विक्रेता हैं, जोकि छोटे-बड़े दुकानदारों को पटाखा सप्लाई करते हैं और फिर शहर के अलग-अलग सेक्टरों में दुकानों पर पटाखों की बिक्री होती थी। कुछ दुकानदारों ने पटाखे खरीद लिए थे, लेकिन काफी स्टॉक अभी थोक विक्रेताओं के पास पड़ा है। दिवाली और अन्य त्योहार के पहले सभी तरह के पटाखा पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले पर कारोबारियों और दुकानदारों ने कहा कि इस कदम के कारण उन्हें काफी नुकसान होगा। कारोबारी अमित बंसल का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण शुरु होने के चलते इस बार पटाखा ज्यादा बिकने की उम्मीद थी, लेकिन अब उनका डब्बा गोल हो गया है। आगामी दिनों में दिवाली, छठ और गुरु पर्व जैसे त्योहारों के मद्देनजर वह पहले से करोड़ों रुपये का पटाखा खरीद चुके हैं। एक दुकानदार दिनेश मित्तल ने कहा कि अगर सरकार को प्रतिबंध लगाना था, तो वह कम से कम पहले फैसला कर सकती थी। इससे हमें नुकसान नहीं होता। हम थोक विक्रेताओं से माल ला चुके हैं और वह वापस भी नहीं लेंगे। गौरतलब है कि सेक्टर 5 की पार्किंग में हर साल दिवाली पर पटाखों की दुकानें लगती थी, लेकिन इस साल अभी तक प्रक्रिया ही शुरू नहीं हो पाई थी। लोगों ने किया स्वागत श्री मथुरा दास लाजवंती सुभाष हितैषी फाउंडेशन के चेयरमैन भारत हितैषी ने हरियाणा राज्य में पटाखों पर बैन लगाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि इससे कोरोना मरीजों को वायु प्रदूषण से होने वाली सांस की तकलीफ में बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। फाउंडेशन की आपात बैठक बुलाकर पटाखों को बनाने, बेचने व जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए मांग की गई थी। फाउंडेशन के पदाधिकारियों केवल कृष्ण वशिष्ठ, एसके शर्मा, प्रोफेसर बीके गुप्ता, सुभाष शर्मा, अमित गुप्ता, कुसुम कुमार अरोड़ा, चरणजीत आहूजा ने फाउंडेशन की पटाखों के बैन करने की मांग को पूरा करने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सर्वहितकारी निर्णय है। फाउंडेशन के सदस्यों ने पंचकूला के लोगों से अपील की है कि कोरोना महामारी के दौरान दीपावली को पूर्ण श्रद्धा और जोश से मनाएं, लेकिन हम बाजारों की भीड़ का हिस्सा न बनें।  

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