जींद से लौटते ही तंवर बोले, हुड्डा से तमाम मतभेद भुला चुका
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ तमाम तरह के मतभेद भुला दिए हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ तमाम तरह के मतभेद भुला दिए हैं। उन्हें दिल्ली में अपने साथ हुए लड़ाई-झगड़े की वारदात भी याद नहीं है। जींद उपचुनाव में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेताओं की एकजुटता तथा हरियाणा को नए प्रभारी मिलने के बाद अशोक तंवर ने कहा कि पुरानी बातों को भुलाकर आगे बढऩे में ही संगठन की भलाई है। कांग्रेस दिग्गजों के सिर जोड़ने से उत्साहित तंवर ने यहां तक कहा कि पुरानी बातों और मतभेदों को लेकर उनकी यादाश्त तक चली गई।
कांग्रेस का चुनाव घोषणा पत्र तैयार करने के लिए बुलाई गई प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक के बाद अशोक तंवर ने दावा किया कि जींद में कांग्रेस चुनाव जीत रही है। जींद में कांग्रेसियोंं ने पूरी एकजुटता और जिम्मेदारी के साथ काम किया। कांग्रेस यदि चुनाव जीतेगी तो इसका श्रेय हुड्डा, रणदीप, तंवर, किरण, कुलदीप, सैलजा, दीपेंद्र और कैप्टन की मेहनत को जाएगा। यदि नतीजे उम्मीद के अनुरूप नहीं रहे तो अध्यक्ष के नाते हार की जिम्मेदारी मेरी होगी।
तंवर ने दावा किया कि जींद में कांग्रेस की जीत के बाद भाजपा सरकार गिरेगी। कई मौजूदा सांसद और विधायक कांग्रेस में अपना भविष्य तलाश करेंगे। भाजपा ने जींद चुनाव में सीबीआइ और इनकम टैक्स विभाग का दुरुपयोग किया। हुड्डा समर्थक विधायकों की गुलाम नवी आजाद से हुई मुलाकात पर तंवर ने कहा कि पूरे प्रदेश के लोग उनसे मिलेंगे। मेरी भी अगले एक-दो दिन में प्रभारी के साथ मुलाकात होगी। एक सप्ताह के भीतर जिला व ब्लाक अध्यक्षों की सूची प्रभारी से अप्रूव कराई जाएगी। हुड्डा समर्थक विधायकों द्वारा अध्यक्ष पद से हटाने की मांग से जुड़े सवाल पर तंवर ने कहा कि वे लंबे समय से इसी काम में लगे हैं। फैसला हाईकमान को लेना है।
प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार कांग्रेस जल्द ही लोकसभा स्तर पर उम्मीदवारों का पैनल तैयार करेगी। इसके लिए आवेदकों से नाम मांगे जाएंगे। लोकसभा उम्मीदवारों का नाम अब हाईकमान नहीं बल्कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी तय करेगी। विधानसभा या लोकसभा चुनाव लडऩे से जुड़े सवाल पर तंवर ने कहा कि मैैं सभी 10 लोकसभा और 90 विधानसभा सीटें लड़वाने का काम करूंगा। पार्टी मुझे जहां से लड़ने का आदेश देगी, मैैं उसे पूरा करूंगा। उन्होंने दावा किया कि यदि पार्टी का आदेश हुआ तो वह सामान्य सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैैं।