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अनिल विज का एक और धमाका, जासूसी करते सीआईडी कर्मी काे पकड़ा

हरियाणा के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को राज्‍य की सीअाईडी द्वारा मंत्रियों की जासूसी किए जाने का आराेप लगाकर सनसनी फैला दी। उन्‍होंने अपने कार्यालय के बाहर जासूसी कर रहे राज्‍य सीआईडी के एक कर्मी को पकड़ा। डीजीपी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2015 06:52 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2015 11:21 PM (IST)
अनिल विज का एक और धमाका, जासूसी करते सीआईडी कर्मी काे पकड़ा

चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को सीअाईडी द्वारा मंत्रियों की जासूसी किए जाने का आराेप लगाकर सनसनी फैला दी। उन्होंने अपने कार्यालय के बाहर जासूसी कर रहे सीआईडी के एक कर्मी को पकड़ा। उन्होंने उसे पकड़ कर अपने कक्ष में बिठा लिया और डीजीपी यशपाल सिंघल को बुला लिया। उन्होंने दो मंत्रियों कविता जैन और विक्रम ठेकेदार को भी बुला लिया। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।

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इस सीआईडी कर्मी पर सचिवालय में मंत्री के कमरे के बाहर पिछले तीन महीने से जासूसी करने का आरोप है।
स्वास्थ्य मंत्री विज ने शुक्रवार को स्वयं सीआईडी कर्मचारी को पकड़ा और अपने दफ्तर में बैठा लिया। इस अतिसंवेदनशील मसले पर सरकार चौकन्ना हो गई है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंत्रियों की जासूसी पर रोहतक में चुप्पी साध रखी है। विज ने सचिवालय में मौजूद महिला व बाल विकास मंत्री कविता जैन और सहकारिता राज्य मंत्री बिक्रम सिंह ठेकेदार को इस घटनाक्रम की जानकारी देकर विश्वास में लेने के लिए अपने कार्यालय में बुला लिया।

अनिल विज ने एडीजीपी (सीआईडी) शत्रुजीत कपूर और पुलिस महानिदेशक यशपाल सिंघल से फोन पर बातचीत की। कपूर चंडीगढ़ से बाहर थे। सिंघल आईजी (सीआईडी) संदीप खिरवार के साथ तुरंत मंत्री के दफ्तर पहुंचे। तीनों मंत्रियों अनिल विज, कविता जैन और ठेकेदार से करीब एक घंटे की मीटिंग के बाद डीजीपी सिंघल ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए। खिरवार मामले की जांच कर सोमवार को अपनी रिपोर्ट देंगे।

मंत्रियों की जासूसी से जुड़े इस गंभीर मामले के बाद विपक्ष के हाथ बड़ा मुद्दा लग गया है। विज ने आशंका जाहिर की, कि उनकी पिछले काफी दिनों से जासूसी की रही थी। उन्होंने कहा कि बाकी मंत्रियों की जासूसी हो रही या नहीं, यह तो अध्ािकारी ही बताएंगे, लेकिन मुझे शक है। डीजीपी के साथ मीटिंग से पहले मंत्री कविता जैन ने जासूसी के लिए कम से कम सचिवालय को अछूता रखने की नसीहत दी। ठेकेदार ने भी जासूसी प्रकरण में चिंता जाहिर करते हुए पूरे मामले की जांच की जरूरत बताई।

जासूसी कराने के बजाय इस्तीफा ले लो : विज

अनिल विज अपनी जासूसी कराए जाने से सख्त नाराज हैं। विज ने यहां तक कह दिया कि यदि मंत्रियों पर भरोसा नहीं है तो सीआईडी कराने से अच्छा होगा कि उनका इस्तीफा ही मांग लो। उन्होंने इस प्रकरण में हालांकि फिलहाल सीएम से बात करने से इनकार किया है, लेकिन माना जा रहा है कि डीजीपी के साथ हुई मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री से उन्होंने फोन पर बातचीत की और पूरे मामले की जानकारी दी है।

डीजीपी से मीटिंग के नरम पड़े विज

डीजीपी से करीब एक घंटे की मीटिंग के बाद विज ने कहा कि उनकी अफसरों से बात हुई है। सारा रिकार्ड चेक करने के बाद डीजीपी रिपोर्ट दाखिल करेंगे। किस उद्देश्य से सीआईडी करवाई जा रही थी या सीआईडी कर्मी को सामान्य ड्यूटी पर लगाया गया था, यह जांच के बाद पता चलेगा। अभी उनकी मुख्यमंत्री से कोई बातचीत नहीं हुई है। रिपोर्ट में जो भी आएगा, उसके आधार पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे। फोन टेप करने से जुड़़े सवाल पर विज ने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की।

सीआईडी कर्मी को पकड़ने के बाद अपने कक्ष में मंत्री कविता जैन विक्रम ठेकेदार के साथ अनिल विज।

हम एटम बम का फार्मूला तो तैयार कर नहीं रहे : विज

स्वास्थ्य मंत्री विज सीआईडी कर्मचारी को पकड़ने के दौरान तैश में आ गए। उन्होंने सवाल किया कि हम मंत्री हैं और सरकार का अभिन्न हिस्सा हैं। हम कोई एटम बम बनाने का फार्मूला तो तैयार करते नहीं कि हमारी जासूसी कराई जाए। उन्होंने कहा कि वह अपने अंबाला निवास पर भी निगाह रखेंगे। हो सकता है कि वहां भी जासूसी कराई जा रही हो।

सुरक्षा और हुड़दंग की सूचना के लिए ड्यूटी पर था कर्मी : डीजीपी

डीजीपी यशपाल सिंघल ने कहा कि अनिल विज ने जासूसी होने की आशंका जाहिर की है। जिस सुरेंद्र नाम के सीआईडी कर्मी पर आरोप है, वह 1991 से काम कर रहा है। उसे सचिवालय में सुरक्षा के मद्देनजर किसी हुड़दंग और उपद्रव की आशंका की सूचना देने के लिए ड्यूटी पर लगाया गया था। कई बार कुछ लोग नशा कर आ जाते हैैं और हंगामा कर देते हैैं। इसकी समय से सूचना मिलने पर स्थिति को काबू किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि हर फ्लोर पर मंत्रियों के साथ ऐसे सीआईडी कर्मी नहीं हैं। इस कर्मचारी की ड्यूटी पूरे सचिवालय में थी। इसके अलावा तीन-चार कर्मचारी और भी ड्यूटी पर लगे हैं। संबंधित कर्मचारी मंत्री के कमरे के आसपास क्या कर रहा था, यह जांच का विषय है। मंत्री की आशंका को गंभीरता से लेते हुए हम जांच करा रहे हैं। 'वॉच एंड वार्ड' के लिए ऐसे कर्मचारी लगाए जाते हैं। मुझे नहीं लगता कि यह दुर्भावना से प्रेरित है।

एडीजीपी के कहने पर हो रही थी जासूसी

उधर जासूसी करते हुए पकड़े गए सीआईडी कर्मी ने खुलासा किया कि एडीजीपी (सीआईडी) शत्रुजीत कपूर के कहने पर वह मंत्री के दफ्तर पर निगाह रखे हुए था। यह सीआईडी कर्मचारी पिछले दस दिनों में विज से मिलने आने वाले हर व्यक्ति के बारे में पूरी जानकारी जुटाता था। उसके पास से एक डायरी मिलने की सूचना है, जिसमें विज के दफ्तर में आने जाने वालों का नाम, फोन नंबर और एड्रेस बताए जाते हैं।

सीआईडी कर्मचारी यहां तक नोट करता था कि कौन व्यक्ति कितनी देर के लिए विज के कमरे में आया और उसने क्या बातचीत की। मंत्री द्वारा पकड़े जाने से पहले यह सीआईडी कर्मचारी विज के दफ्तर में भी गया था। सूत्रों के अनुसार वह फाइलें खंगालता हुआ देखा गया। सीआईडी कर्मचारी के पकड़े जाने पर स्वास्थ्य मंत्री विज गुस्से से भर गए। उन्होंने एडीजीपी सीआईडी शत्रुजीत कपूर को फोन मिलाकर बहुत लताड़ पिलाई। उन्होंने यहां तक कह दिया कि मंत्रियों की जासूसी कराने का उन्हें क्या अधिकार है। यदि उन्हें कोई जानकारी चाहिए तो मुझसे से ले लो।


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