हरियाणा की इस छोरी ने किया कमाल, शारीरिक अक्षमता को मात दे बनी मिस इंडिया डीफ
हरियाणा की एक और छोरी ने अपनी खूबसूरती का जलवा बिखेरा है। रेवाड़ी निवासी 20 वर्षीय अंजलि शर्मा ने मिस इंडिया डीफ का खिताब हासिल किया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा की एक और छोरी ने अपनी खूबसूरती का जलवा बिखेरा है। रेवाड़ी निवासी 20 वर्षीय अंजलि शर्मा ने मिस इंडिया डीफ का खिताब हासिल किया है। मूक बघिर अंजलि ने शारीरिक अक्षमता को मात देते हुए यह खिताब हासिल किया है।
जन्म से ही मूक बघिर अंजली अपनी सफलता का श्रेय पिता आनंद कुमार व मां कांता देवी को देती हैं। पिता आनंद कुमार का कहना है कि बेटा व बेटी में कोई अंतर नहीं है। बेटी ने उन्हें गौरवान्वित कर इस बात को साबित कर दिया है। अंजली बारहवीं कक्षा की पढ़ाई कर रही है। वह जन्म से ही सुन और बोल नहीं सकती, लेकिन सभी बातों को खूब समझती है।
आनंद कुमार का कहना है कि कि पढ़ाई में आगे रहने के साथ-साथ अंजली रचनात्मक गतिविधियों में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेती हैं। गोवा में आयोजित मिस इंडिया डीफ प्रतियोगिता में देशभर के अन्य शहरों से भी काफी संख्या में प्रतिभागियों से मुकाबला करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया है। आनंद कुमार का कहना है कि मन में कुछ करने का जज्बा हो तो सफलता अवश्य मिलती है। आनंद कुमार पंजाब के मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात हैं, जबकि बड़ी बहन गणित विषय में एमएससी की पढ़ाई कर रही है वहीं छोटा भाई हिमांशु भी 12वीं की पढ़ाई कर रहा है।
मिस डीफ इंडिया का खिताब जीतकर जब अंजली घर लौटी तो उसका जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। शहर के सर्कुलर रोड, काठमंडी, गोकलगेट बाजार, मोती चौक, पुरानी सब्जीमंडी, भाड़ावास गेट सहित विभिन्न स्थानों पर फूलमालाओं से स्वागत किया गया। अंजलि को बाल कल्याण परिषद के अलावा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, जिला रेडक्रास सोसायटी और चुनाव में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है।
जिला उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने अंजलि को ब्रांड एंबेसडर बनाने की घोषणा की। उन्होंने अंजलि को बाल कल्याण परिषद की ओर से 51 हजार रुपये की राशि का चेक भी सौंपा। शर्मा ने कहा कि अंजलि ने मिस इंडिया डीफ का खिताब हासिल करके साबित कर दिया कि मन में लगन हो तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं है। अंजलि ने देश में न केवल प्रदेश का बल्कि रेवाड़ी जिले का भी नाम रोशन किया है। यह सभी के लिए गौरवान्वित करने वाली बात है।
उपायुक्त ने अंजलि के परिजनों की मांग पर मूक बधिर बच्चों की शिक्षा के लिए रेवाड़ी में चल रहे 8वीं तक के स्कूल की 10वीं कक्षा तक की मान्यता दिलाने का प्रयास करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि अंजलि ब्रांड एंबेसडर बनकर जिला के 4600 दिव्यांग मतदाताओं को लोकसभा चुनावों में मतदान के लिए प्रेरित करेगी। इस अवसर पर एसडीएम कोसली अमरदीप जैन, सीटीएम रविन्द्र यादव, जिला बाल कल्याण अधिकारी विरेन्द्र, पीओआइसीडीएस संगीता, डीसीपीओ दीपिका के अलावा अंजलि के परिजन भी उपस्थित रहे।