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हरियाणा शराब घोटाला में अनिल विज की पुलिस के खिलाफ जांच की पहल, SET की रिपोर्ट पर एक्‍शन

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने शराब घोटाला मामले में अपने विभाग में जांच की पहल की है। उन्‍होंने एसईटी की रिपाेर्ट पर एक्‍शन लेते हुए जांच की पहल की है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 07:58 AM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 07:58 AM (IST)
हरियाणा शराब घोटाला में अनिल विज की पुलिस के खिलाफ जांच की पहल, SET की रिपोर्ट पर एक्‍शन
हरियाणा शराब घोटाला में अनिल विज की पुलिस के खिलाफ जांच की पहल, SET की रिपोर्ट पर एक्‍शन

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शराब माफिया के खिलाफ जांच के लिए गठित दल (एसईटी) की रिपोर्ट पर कार्रवाई करने की खुद पहल की है। गृह विभाग की ओर से आइपीएस अधिकारी प्रतीक्षा गोदारा से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सोनीपत की एसपी रहते हुए प्रतीक्षा गोदारा ने शराब कारोबारी भूपेंद्र सिंह को न केवल हथियारों के लाइसेंस दिए, बल्कि उसे गनमैन के रूप में सुरक्षा भी मुहैया कराई। इन बातों का उल्लेख आइएएस टीसी गुप्ता के नेतृत्व में गठित एसईटी की जांच रिपोर्ट में है।

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गृह सचिव ने आइपीएस प्रतीक्षा गोदारा से मांगा स्पष्टीकरण

एसईटी ने आइएएस शेखर विद्यार्थी व आइपीएस प्रतीक्षा गोदारा दोनों के विरुद्ध कार्रवाई की सिफारिश की थी, जिसके बाद गृह मंत्री अनिल विज ने दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगने की संस्तुति मुख्यमंत्री के समक्ष की। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद गृह मंत्री अनिल विज के निर्देश पर गृह सचिव विजयवर्धन ने प्रतीक्षा गोदारा से स्पष्टीकरण मांगने की कार्रवाई शुरू की है, जबकि शेखर विद्यार्थी से स्पष्टीकरण डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के निर्देश पर आबकारी विभाग के प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी की ओर से मांगा जाएगा।

शराब घोटाले में एसईटी की रिपोर्ट की तह में जाने को तीन सदस्यीय कमेटी बनाई

अनिल विज ने बताया कि जांच रिपोर्ट में गृह विभाग से संबंधित की गई सभी टिप्पणियों की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कला रामचंद्रन की अध्यक्षता में बनाई गई इस कमेटी में पुलिस विभाग के डीआइजी शशांक आनंद तथा आइपीएस हिमांशु गर्ग को शामिल किया गया है। यह समिति एसईटी द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में की गई टिप्पणियों तथा पुलिस द्वारा की गई अनियमितताओं का तरीका व अन्य समुचित मामलों की जांच करेगी।

विज के अनुसार रामचंद्रन कमेटी दो माह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही पुलिस सहायता के 112 नंबर की सुविधा शुरू की जाएगी, जिससे शिकायतकर्ता के पास पुलिस 15 मिनट में पहुंचेगी।


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