CM की तर्ज पर हरियाणा में अनिल विज की HM Flying, निशाने पर होंगे अपराधी और माफिया
हरियाणा में सीएम की तर्ज पर गृृृह मंत्री अनिल विज की एचएम फ्लाइंग होगी। मंत्री अनिल विज की एचएम फ्लाइंग के निशाने पर अपराधी और माफिया होंगे। एडीजीपी नवदीप विर्क एचएम फ्लाइंग का प्रारूप तैयार कर रहे हैं।
चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में पुलिस के प्रति बढ़ती शिकायतों और गंभीर प्रवृत्ति के अपराधों पर रोक के लिए होम मिनिस्टर (एचएम) फ्लाइंग काम करेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चीफ मिनिस्टर (सीएम) फ्लाइंग पहले से तैयार कर रखी है, जिसकी बागडोर सीआइडी प्रमुख के हाथों में होती है। गृह मंत्री अनिल विज हालांकि होम मिनिस्टर फ्लाइंग बनाने का निर्णय पहले ही ले चुके हैं, लेकिन अब इसे धरातल पर उतारने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क को होम मिनिस्टर फ्लाइंग का प्रारूप तैयार करने को कहा गया है।
होम मिनिस्टर फ्लाइंग का नेतृत्व एसपी रैंक का अधिकारी करेगा। एचएम फ्लाइंग में कितने डीएसपी, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसआइ व दूसरे पुलिस जवान नियुक्त होंगे, यह एडीजीपी विर्क की रिपोर्ट पर निर्भर करेगा। फिलहाल विर्क सीएम फ्लाइंग के प्रारूप का अध्ययन कर एचएम फ्लाइंग को धरातल पर लाने की दिशा में काम में जुट गए हैं। सीएम फ्लाइंग को अधिकार है कि वह पूरे प्रदेश में किसी भी गंभीर शिकायत पर संज्ञान लेेते हुए छापेमारी की कार्रवाई अमल में ला सकती है। इसी तरह होम मिनिस्टर फ्लाइंग भी प्रदेश में छापेमारी करेगी।
सीएम फ्लाइंग की तर्ज पर होम मिनिस्टर फ्लाइंग के गठन के पीछे कई राजनीतिक और वास्तविक कारण छिपे हैं। सीआइडी को लेकर गृह मंत्री और मुख्यमंत्री में टकराव हो चुका है। अभी तक जितने भी सीआइडी प्रमुख रहे, उन सभी से अनिल विज का पंगा हो चुका है। शत्रुजीत कपूर और अनिल कुमार राव दो बड़े नाम हैं, जिनसे अनिल विज का सीधा टकराव था। कपूर बिजली विभाग में तैनात हैं जबकि राव को सीएमओ में एडजेस्ट कर दिया गया है। अब आए नए सीआइडी प्रमुख आलोक कुमार मित्तल काफी सुलझे हुए अधिकारी हैं। मित्तल बड़ी ही सूझबूझ से काम करते हुए सरकार के सभी लोगों के साथ बढ़िया ढंग से तारतम्य बनाए हुए हैं। सीआइडी फिलहाल मुख्यमंत्री के पास है।
होम मिनिस्टर फ्लाइंग प्रदेश में चीफ मिनिस्टर फ्लाइंग से अलग काम करेगी। गृह मंत्री अनिल विज के पास हर रोज राज्य भर से सैकड़ों शिकायतें आ रही हैं। उनके पास ऐसी सूचनाएं भी पहुंचती हैं, जो न केवल गोपनीय होती हैं, बल्कि उनकी तह में जाने की स्थिति में कई बड़े रैकेट का पता चल सकता है। इसलिए होम मिनिस्टर फ्लाइंग गंभीर अपराधों, गैंगवार रोकने तथा जनहित के मुद्दों पर तह में जाकर सीधे गृह मंत्री अनिल विज को रिपोर्ट करेगी। विज ने जनता की शिकायतें प्राप्त करने के लिए अनिल विज कंपलेंट एट दी रेट जीमेल डाट काम नाम से एक ई-मेल आइडी भी जारी कर रखी है। नए गृह सचिव राजीव अरोड़ा की मंत्री विज के साथ अच्छी ट्यूनिंग है।
नए डीजीपी के नाम पर चल रहा मंथन
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज और मौजूदा डीजीपी मनोज यादव के बीच भी सब कुछ ठीक नहीं चलने की जानकारी मिल रही है। डीजीपी हालांकि गृह मंत्री को रिपोर्ट करते हैं, लेकिन मनोज यादव सीधे मुख्यमंत्री की पसंद हैं। उन्हें केंद्र से हरियाणा लाया गया है। इसलिए गृह मंत्री को कहीं न कहीं लगता है कि मनोज यादव उन्हें अपनी रिपोर्टिंग को लेकर ठीक से जिम्मेदारी का निर्वाह नहीं कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक कोई भी डीजीपी दो साल तक एक पद पर रह सकता है। उनकी यह अवधि जल्द पूरी होने वाली है। ऐसे में राजनीतिक व पुलिस प्रशासनिक गलियारों में नए डीजीपी की नियुक्ति की चर्चाएं भी चल पड़ी हैं।
पब्लिक के साथ ज्यादती बर्दाश्त नहीं कर सकता - विज
गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि मेरा काम जनता की समस्याओं का समाधान करना है। जनता के साथ यदि कोई ज्यादती होती है तो उसे मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता। मैं पुलिस के जवानों की भी तारीफ करता हूं, जो अपनी ड्यूटी के प्रति ईमानदार हैं। लापरवाह अधिकारी और कर्मचारी मेरे निशाने पर हैं। उन्हें अपनी कार्य प्रणाली में सुधार करना होगा। कोरोना काल में पुलिस ने अच्छा काम किया। ऐसे जवानों को सम्मानित किया जा चुका है। अब हम एचएम फ्लाइंग बना रहे हैं। उसकी वर्किंग, नेतृत्व और नफीरी पर रिपोर्ट आने के बाद निर्णय लिया जाएगा। डीजीपी के साथ मेरा कोई मतभेद नहीं है। मुझे वह हर रिपोर्ट देते हैं।