Move to Jagran APP

प. बंगाल के डाक्टरों का गुस्सा हरियाणा पहुंचा, अस्‍पतालाें में ओपीडी बंद, इमरजेंसी सेवा भी बाधित

पश्चिम बंगाल में डाक्‍टरों का गुस्‍से का असर हरियाणा में भी हो रहा है। हरियाणा के डॉक्‍टरों ने आज हड़ताल कर दी है। इससे राज्‍य में चिकित्‍सा सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 17 Jun 2019 11:36 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 08:29 PM (IST)
प. बंगाल के डाक्टरों का गुस्सा हरियाणा पहुंचा, अस्‍पतालाें में ओपीडी बंद, इमरजेंसी सेवा भी बाधित
प. बंगाल के डाक्टरों का गुस्सा हरियाणा पहुंचा, अस्‍पतालाें में ओपीडी बंद, इमरजेंसी सेवा भी बाधित

चंडीगढ़, जेएनएन। पश्चिम बंगाल के डॉक्‍टरों का गुस्‍सा हरियाणा भी पहुंच गया है। हरियाणा के सरकारी और निजी डॉक्‍टर आज हड़ताल पर हैं। इससे राज्य में चिकित्‍सा सेवा बुरी तरह बाधित हुई है। ओपीडी के साथ-साथ इमरजेंसी चिकित्‍सा सेवा भी बंद होने से मरीजों का बुरा हाल हो गया।

loksabha election banner

हरियाणा सरकार द्वारा डाक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ के अवकाश रद करने के बावजूद राज्य के चिकित्सकों ने सोमवार को हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया। हालांकि डाक्टरों ने इमरजेंसी सेवाएं जारी रखने का ऐलान किया है, लेकिन हड़ताल के कारण अधिकतर जगहों पर ये सेवाओं भी प्रभावित हैं।

राज्य के सरकारी और प्राइवेट चिकित्सक देख रहे मरीजों को, लोगों की हालत बुरी

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. जसबीर परमार और महासचिव डा. राजेश श्योकंद ने स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र भेजकर 17 जून को ओपीडी बंद रहने की सूचनादी थी। राज्य के डाक्टरों ने शनिवार और रविवार को काली पट्टी बांधकर काम किया।

फतेहाबाद के एक अस्‍पताल में परेशान मरीज।

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस हड़ताल पर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है। छोटी हड़तालें तो पहले भी होती रही हैं, लेकिन डाक्टरों की ऐसी देशव्यापी हड़ताल पहली बार देखने में आई है। पश्चिमी बंगाल के सैकड़ों सरकारी डाक्टर अपने पदों से इस्तीफे दे चुके हैं। हरियाणा के प्राइवेट चिकित्सकों भी हड़ताल में शामिल  हैं।

यह भी पढ़ें: गुरमीत राम रहीम का यह मामला फिर गर्माया, लपेटे में बादल पिता पुत्र भी आए


हरियाणा में फतेहाबाद, सिरसा, हिसार सहित अधिकतर स्‍थानों पर अस्‍पतालों में स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं। इससे मरीज भटकने को मजबूर हैं। सबसे अधिक दिक्‍कत गंभीर मरीजों को हो रही है। फतेहाबाद सहित कई स्‍थानों पर लोगों ने हड़ताल के खिलाफ अस्‍पतालों में प्रदर्शन भी किया है।

फतेहाबाद के सिविल अस्‍पताल में बंद ओपीडी काउंटर।

यह भी पढ़ें: सिद्धू की हो सकती है राहुल गांधी की टीम में इंट्री, खामोशी के बीच 'गुरु' को दूसरी पार्टी से भी

बता दें कि 10 जून को एक कनिष्ठ डाक्टर की कोलकाता में कुछ लोगों ने इसलिए पिटाई कर दी कि एक 75 साल के व्यक्ति की हृदयाघात से मौत हो गई थी। मृत व्यक्ति जाति विशेष का था और उसके रिश्तेदारों ने डाक्टर परिभा मुखर्जी पर लापरवाही और गलत इलाज का आरोप लगाते हुए जानलेवा हमला कर दिया। इस सारे मामले को सांप्रदायिक और राजनीतिक रंग मिलते देर नहीं लगी। न केवल पश्चिमी बंगाल बल्कि पूरे देश में डाक्टरों की यह हड़ताल तूल पकड़ रही है। काफी मरीज अब तक मौत के मुंह में समा चुके हैं तथा हजारों इलाज के अभाव में अस्पतालों के बाहर दम तोड़ रहे हैं।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.