Move to Jagran APP

आंगनबाड़ी वर्कर्स ने दो दिन और बढ़ाई हड़ताल, सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया

20 फरवरी से हड़ताल पर चल रहीं आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने हड़ताल दो दिन के लिए और बढ़ा दी है। इस बीच सरकार ने उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 04 Mar 2019 06:12 PM (IST)Updated: Mon, 04 Mar 2019 06:13 PM (IST)
आंगनबाड़ी वर्कर्स ने दो दिन और बढ़ाई हड़ताल, सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया
आंगनबाड़ी वर्कर्स ने दो दिन और बढ़ाई हड़ताल, सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया

जेएनएन, चंडीगढ़। 20 फरवरी से हड़ताल पर चल रहीं आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने हड़ताल दो दिन के लिए और बढ़ा दी है। पिछले साल का समझौता लागू करने और केंद्र सरकार की ओर से बढ़ाया गया मानदेय देने की मांग को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स छह मार्च तक कामकाज का बहिष्कार जारी रखेंगी। वहीं, मुुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गतिरोध को समाप्त करने के लिए यूनियन पदाधिकारियों को वार्ता के लिए अपने निवास पर बुलाया है।

loksabha election banner

आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन का दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ में सीएम से मिलेगा। यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्री शर्मा और महासचिव शकुंतला ने कहा कि 8 फरवरी से आंगनबाड़ी वर्कर्स आंदोलन कर रही हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर किसी ने उनकी सुध नहीं ली।

करनाल में मुख्यमंत्री निवास, नारनौंद में वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और दिल्ली में हरियाणा भवन पर प्रदर्शन के बाद सरकार ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया है। हमारी केवल यही मांग है कि पिछले साल हुए समझौते और विगत सितंबर में केंद्र सरकार की ओर से मानदेय में की गई बढ़ोतरी को प्रदेश सरकार लागू करे।

सीटू के प्रदेश महासचिव जय भगवान और सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लांबा ने कहा कि प्रदेश सरकार आंगनबाड़ी वर्कर्स को मजदूर की श्रेणी में शामिल करे। हेल्पर्स को भी अकुशल मजदूर माना जाए। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1500 और 750 रुपये की बढ़ोतरी का लाभ सभी वर्कर्स व हेल्पर्स को तुरंत मिले। हेल्पर्स से वर्कर व सुपरवाइजर में पदोन्नति 50 फीसद होनी चाहिए।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.