हरियाणा में आंगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों को मिला बढ़ा मानदेय, हड़ताल खत्म
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आश्वासन के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और हेल्पर्स ने 20 फरवरी से चली आ रही हड़ताल खत्म कर दी है।
जेएनएन, चंडीगढ़। गुरुग्राम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आश्वासन के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और हेल्पर्स ने 20 फरवरी से चली आ रही हड़ताल खत्म कर दी है। तमाम आंगनबाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स को केंद्र व राज्य का बकाया मानदेय, भवनों का किराया और तमाम मदों के बकाया का भुगतान शुरू कर दिया गया है।
सीएम से वार्ता के दौरान विभाग के अफसरों ने बताया कि राज्य के कई ब्लॉक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित बढ़ा मानदेय दे दिया गया है। प्रधानमंत्री द्वारा पिछले साल सितंबर में आंगनबाड़ी वर्करों के लिए घोषित 1500 व 750 रुपये की बढ़ोतरी का लाभ सभी आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों को मिलेगा। इसके बाद सभी 51 हजार आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स वीरवार को काम पर लौट आईं।
वहीं, दो दिन के अंतराल में दूसरी बार हो रही मंत्रिमंडल की बैठक पर कर्मचारियों की निगाहें टिकी हैं। लोकसभा चुनाव से पहले कैबिनेट की अंतिम बैठक मानी जा रही इस मीटिंग में अपने लंबित मुद्दे उठाने के लिए कर्मचारी संगठनों ने पूरा दबाव बनाया हुआ है।
हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय महासचिव वीरेंद्र सिंह धनखड़ ने कहा कि सरकार सभी कच्चे कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करते हुए पुरानी पेंशन स्कीम लागू करे। 26 सूत्रीय मांगपत्र को लागू किया जाए ताकि कर्मचारियों के हितों की रक्षा हो सके। धनखड़ ने कहा कि हरियाणा के कर्मचारियों का वेतन पंजाब से 15 हजार रुपये महीने तक कम है, जबकि मंत्री व विधायकों के वेतन-भत्ते ज्यादा। यह भेदभाव खत्म होना चाहिए।
आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन की अध्यक्ष देवेंद्री शर्मा व महासचिव शकुंतला ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले साल मानी गई मांगों को पूरा करने का भरोसा दिलाते हुए कुछ समय मांगा है। उन्होंने कहा कि अभी आंगनबाड़ी वर्कर्स ने हड़ताल और आंदोलन स्थगित किया है, लेकिन मांगों को जल्द पूरा नहीं किया तो फिर से सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगी।