अमिता मरवाहा को दिल्ली में मिलेगा कला शिरोमणी अवॉर्ड
गरीब बच्चों को निशुल्क पढ़ाई मार्शल आर्ट्स कथक और आर्ट एंड क्राफ्ट सिखा रही हैं अमिला मरवाह।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : गरीब बच्चों को निशुल्क पढ़ाई मार्शल आर्ट्स, कथक और आर्ट एंड क्राफ्ट की ट्रेनिग देने के लिए समाजसेविका अमिता मरवाहा और उनकी दोनों बेटियों हिमांशी और इशानी को दिल्ली के वाइडब्लूसीए भवन में 1 नवंबर को सम्मानित किया जाएगा। अमिता मरवाहा को कला शिरोमणी अवॉर्ड मिल रहा है। 2011 से लड़कियों का मार्शल आर्ट्स सिखाने के अलावा कथक और आर्ट एंड क्राफ्ट की फ्री कोचिग देने के चलते यह अवॉर्ड दिया जा रहा है। साथ ही हिमांशु को कला रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा, क्योंकि वह आर्ट्स क्लासेस बच्चों को फ्री में देती हैं। हिमांशी एसडी कॉलेज चंडीगढ़ की छात्रा है और जर्नलिज्म विभाग के बुक कवर पर भी हिमांशी द्वारा डिजाइन किया गया कवर पेज लगा था। उसकी आर्ट्स एग्जीबिशन दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़ सहित कई अन्य स्थानों पर लग चुकी है। इसके अलावा हिमांशी गरीब बच्चों को निशुल्क आर्ट एंड क्राफ्ट की ट्रेनिग देती हैं। ईशानी मरवाहा को भी कला रत्न अवॉर्ड दिया जाएगा, क्योंकि वह बच्चों को कथक डांस सिखा रही हैं। ईशानी कथक में तृतीय वर्ष की छात्रा हैं और प्राचीन कला केंद्र से और शैमफोर्ड स्कूल पिजौर में सातवीं क्लास में पढ़ती हैं। ईशानी ने ताइक्वांडो में हाल ही में 2 माह पूर्व मलेशिया ओपन में कांस्य पदक जीता था और पांचवीं हीरोस कप में भी कांस्य पदक जीतकर पंचकूला का नाम रोशन किया था। लगातार कथक प्रतियोगिता जीत रही हैं ईशानी
पिछले पांच सालों से हो रही कथक प्रतियोगिताओं में भी वह प्रथम रही हैं। ईशानी के गुरु रूपचंद ने कहा कि ईशानी बहुत ही तेज दिमाग की हैं और सब कुछ आसानी से सीख जाती हैं। अमिता मरवाहा ने कहा कि उनका लक्ष्य गरीब बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा करना है ताकि वह जिदगी में आगे बढ़कर अपना और देश का नाम रोशन कर सकें।