बेटियों सहित अमिता मरवाहा को मिला पुरस्कार
गरीब बच्चों को निशुल्क पढ़ाई मार्शल आर्ट्स कत्थक और आर्ट एंड क्राफ्ट की ट्रेनिंग दे रही हैं अमिता।
जासं, पंचकूला : गरीब बच्चों को निशुल्क पढ़ाई मार्शल आर्ट्स, कत्थक और आर्ट एंड क्राफ्ट की ट्रेनिग देने के लिए समाजसेविका अमिता मरवाहा और उनकी दोनों बेटियों हिमांशी और इशानी को सम्मानित किया गया। पद्म भूषण राम वी सुतार और पंडित देबू चौधरी द्वारा यह अवॉर्ड दिए गए। इशानी को कथक नृत्य के क्षेत्र में योगदान के लिए अवॉर्ड दिया गया, जबकि मेरी बड़ी बेटी को आर्ट एंड क्राफ्ट के क्षेत्र में मिला, जो अनपढ़ बच्चों को मुफ्त में पढ़ाती है। अमिता मरवाहा को कला शिरोमणी अवॉर्ड मिला। 2011 से लड़कियों का मार्शल आर्ट्स सिखाने के अलावा कत्थक और आर्ट एंड क्राफ्ट की फ्री कोचिग देने के चलते यह अवॉर्ड दिया गया है। हिमांशु को कला रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, क्योंकि वह आर्ट्स क्लासेस बच्चों को फ्री में देती हैं। हिमांशी एसडी कॉलेज चंडीगढ़ की छात्रा है और जर्नलिज्म विभाग के बुक कवर पर भी हिमांशी द्वारा डिजाइन किया गया कवर पेज लगा था। उसकी आर्ट्स एग्जीबिशन दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़ सहित कई अन्य स्थानों पर लग चुकी है। इसके अलावा हिमांशी गरीब बच्चों को निशुल्क आर्ट एंड क्राफ्ट की ट्रेनिग देती हैं। ईशानी बच्चों को सिखा रही हैं कत्थक
ईशानी मरवाहा को भी कला रत्न अवॉर्ड दिया गया, क्योंकि वह बच्चों को कत्थक डांस सिखा रही हैं। ईशानी कत्थक में तृतीय वर्ष की छात्रा हैं और प्राचीन कला केंद्र से और शैमफोर्ड स्कूल पिजौर में सातवीं क्लास में पढ़ती हैं। ईशानी ने ताइक्वांडो में हाल ही में दो माह पूर्व मलेशिया ओपन में कांस्य पदक जीता था और पांचवीं हीरोस कप में भी कांस्य पदक जीतकर पंचकूला का नाम रोशन किया था। अमिता मरवाहा ने कहा कि हमारा उद्देश्य उन नीचे के बच्चों के दिमाग में हुनर भरना है जो दुनिया में खुद को साबित करने के लिए अपने पैरों पर खड़े होने के लिए कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।