खिलाडियों पर झुकी सरकार, सभी 22 पदक विजेताओं को मिलेगी पूरी इनामी राशि
हरियाणा सरकार ने खिलाडि़यों से जुड़ एक आैर बड़े मामले पर यू टर्न लिया है। सरकार अब कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले सभी 22 खिलाडियों को पूरी पुरस्कार राशि देगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। अाखिरकार हरियाणा ने खिलाडि़यों की सुन ली और कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाडियों को इनामी राशि देने को लेकर अपनी जिद छोड़ दी। खिलाड़ियों के बढ़ते विरोध को शांत करते हुए मनोहर सरकार ने यह यूटर्न लिया है। प्रदेश सरकार अब राष्ट्रमंडल के पदक विजेता सभी 22 खिलाड़ियों को पूरी इनामी राशि प्रदान करेगी। पहले अन्य राज्यों व संस्थाओं की ओर से खेलने वाले खिलाडियों की पुुरस्कार राशि में कटौती करने की बात कही गई थी।
खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री अनिल विज ने इसके लिए प्रस्ताव बनाकर जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास भिजवाने का ऐलान किया है। विज ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल मान जाएंगे और वह उन्हें मना लेंगे। माना जा रहा है इससे खिलाडिय़ों का गुस्सा शांत होगा और सरकार के खिलाडियों की शिकायत खत्म होगी।
यह पुरस्कार राशि मिलेगी
स्वर्ण पदक विजेता को डेढ़ करोड़, रजत पदक विजेता को 75 लाख और कांस्य पदक विजेता को 50 लाख की राशि प्रदान की जाएगी।
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इससे पहले मुख्यमंत्री ने खिलाडि़यों के प्रोफेशनल खेल व विज्ञापन से कमाई में से बड़ा हिस्सा लेने के खेल विभाग के आदेश पर रोेक लगा दी थी। खेल विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका द्वारा जारी इस अादेश पर काफी हंगामा मचा था। खिलाडी़ इस आदेश के खिलाफ खुलकर सामने आ गए थे और सरकार की काफी किरकिरी हुई थी।
207 खिलाडियों को मिलेगी नौकरी
इसके साथ ही मनोहर सरकार ने दूसरी बड़ी घोषणा राज्य के उन खिलाड़ियों के हक में की है। यह खुशखबरी सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे खिलाडियो के लिए है। मनोहरलाल सरकार ऐसे 207 खिलाड़ियों नौकरी मिलेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इन सभी खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने संबंधी फाइल अप्रूव कर दी है, जिनकी प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी।
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सम्मान समारोह हो गया था रद, पुरस्कार राशि में कटौती पर अड़ गए थे विज
बता दें कि पिछले दिनों आस्ट्रेलिया में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में हरियाणा के 22 ख्ािलाडियाें ने पदक जीते थे। हरियाणा सरकार ने कहा था कि नई खेल नीति के तहत पदक विजेताओं को इनाम दिए जाएंगे, लेकिन अन्य राज्यों व संस्थाओं की ओर से खेलने वाले खिलाडियों की राशि में कटौती की बात कही गई थी। सरकार का कहना था कि अन्य राज्यों व सस्थाओं की ओर से जाे राशि इन खिलाडियों को मिलेगी वह यहां की इनाम राशि से काट ली जाएगी। ऐसे 13 खिलाड़ी थे। इस पर विरोध इतना बढ़ा था कि खिलाडि़यों को सम्मानित करने के लिए आयोजित समारोह को रद करना पड़ा था।
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खेल विभाग की अोर से कहा गया कि हरियाणा सरकार की नई खेल नीति में प्रावधान है कि उसी खिलाड़ी को पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी, जो हरियाणा का रहने वाला है तथा उसने खेलों में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया हो। राज्य में 13 पदक खिलाड़ी हरियाणा की बजाय रेलवे सहित अन्य संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए भारत के लिए पदक जीते।
सरकार का कहना था कि नियमों के मुताबिक ये खिलाड़ी पुरस्कार राशि के बिल्कुल भी हकदार नहीं हैं। लेकिन, खेल मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बातचीत के बाद यह प्रावधान करा दिया कि इन खिलाडिय़ों को एजेंसी से मिलने वाली राशि की कटौती कर हरियाणा द्वारा दी जाने वाली बाकी राशि प्रदान कर दी जाए।
कम पुरस्कार राशि दिए जाने का बाॅक्सर मनोज कुमार, महिला पहलवान साक्षी मलिक, बाॅक्सर अमित पंघल, गौरव सोलंकी, पहलवान किरण बिश्नोई, नीरज चोपड़ा, महिला पहलवान विनेश फौगाट और बजरंग पुनिया ने खुला विरोध किया। सरकार को आशंका थी कि पुरस्कार वितरण समारोह में हंगामा हो सकता है। मौके पर कुछ अन्य खिलाड़ी भी विरोध जता सकते हैं। लिहाजा विज ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बातचीत करने के बाद समारोह ही रद करने का ऐलान कर दिया।
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खिलाडियों से बातचीत के बाद भी मामला नहीं सुलझा तो यह खबर भी आई कि दूसरे राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों के लिए खेल रहे 13 पदक विजेताओं को सरकार इनाम के नाम पर एक पैसा नहीं देगी। अन्य नौ पदक विजेता खिलाडिय़ों की सम्मान राशि सीधे उनके खाते में डाली जाएगी। राष्ट्रमंडल खेलों में हरियाणा के कुल 38 खिलाडिय़ों ने भाग लिया, जिनमें 22 ने पदक जीते।