सिविल सर्जनों को नसीहत, स्टॉक के लिए नहीं, रोजाना के इस्तेमाल के लिए हैं Gloves, Masks और PPE Kit
स्वास्थ्य उपकरणों के कृत्रिम संकट पर सरकार ने सिविल सर्जनों पर पेंच कसा है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि Gloves Masks और PPE Kit स्टॉक के लिए नहीं रोजाना के इस्तेमाल के लिए हैं।
चंडीगढ़ [सुधीर तंवर]। Coronavirus COVID-19 मरीजों की जांच और इलाज में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को Masks, Gloves और PPE (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) Kit नहीं मिल पाने पर बवाल के बाद सरकार ने सिविल सर्जनों पर पेंच कसा है। इलाज और जांच में जरूरी उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक होने का दावा करते हुए स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा है कि यह रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए हैं। भंडारण के लिए नहीं।
अस्पतालों में तैनात डॉक्टरों, नर्स और Paramedical staff को N-95 Masks, Gloves और PPE Kit नहीं मिल पाने को कांग्रेस मुद्दा बना रही है। Social media पर भी तरह-तरह के Audio और Video Viral हो रहे हैं। गृह सचिव विजय वर्धन और पुलिस महानिदेशक मनोज यादव के साथ Digital mode के जरिए पत्रकारों से रूबरू स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के लिए जरूरी उपकरणों की कोई कमी नहीं है। केंद्र, राज्य और जिला स्तर पर Masks व Gloves खरीदे जा रहे हैं और नियमित रूप से इनकी सप्लाई हो रही। हमारे पास 19 हजार PPE Kit, 90 हजार N-95 Masks और दस लाख Triple ply Masks हैं। करीब डेढ़ लाख N-95 Masks अगले दो-तीन दिन में और पहुंच जाएंगे।
नियमित रूप से सुरक्षा उपकरणों की सप्लाई अस्पतालों में की जा रही है। साथ ही डॉक्टरों, नर्स और Paramedical staff की तैनाती में भेदभाव के आरोप को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। फिर भी स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए अब आयुष विभाग के डॉक्टरों की सेवाएं लेना शुरू किया गया है।
कोरोना से जंग के लिए इंतजामों की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि 374 सरकारी और निजी अस्पतालों में 7346 Isolation bed बनाए गए हैं। हमारे पास 1280 Ventilator है और 210 Ventilator जल्द ही लगा दिए जाएंगे। सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त मेडिकल कॉलेजों में 20 फीसद बेड कोरोना के मरीजों के लिए आरक्षित हैं। विशेष रूप से कोरोना अस्पताल बनाए जा रहे। इसके अलावा 3389 कमरों और डॉरमेट्री में 13 हजार 324 लोग क्वॉरेंटाइन पर हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और Community transmission के केस फिलहाल नहीं है। इसके बावजूद हमें सजग रहना होगा क्योंकि यह हर दिन, हर घंटे की फाइट है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए एहतियात जरूरी है। उन्होंने बताया कि पीजीआइएमएस रोहतक और बीपीएस खानपुर में दो टेस्टिंग लैब बनाई गई हैं, जबकि पांच और निजी लैब में जल्द ही सैंपल की जांच का काम शुरू हो जाएगा।
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