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मनोहर कैबिनेट में बदलाव की अटकलों के बीच दिल्ली में बढ़ी हरियाणा की सियासी गतिविधियां

Change in Haryana Cabinet मनोहरलाल कैबिनेट में बदलाव की चर्चा के बीच दिल्‍ली में हरियाणा की राजनीतिक गतिविधियों तेज हो गई हैं। अपनी सरकार के 600 दिन पूरे करने वाले सीएम मनोहरलाल दिल्‍ली में हैं। उनके साथ ही राज्‍य के गृहमंत्री अनिल विज भी राष्‍ट्रीशय राजधानी में हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 11:10 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 09:02 AM (IST)
मनोहर कैबिनेट में बदलाव की अटकलों के बीच दिल्ली में बढ़ी हरियाणा की सियासी गतिविधियां
दिल्‍ली में हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल और गृहमंत्री अनिल विज।

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। Change in Haryana Cabinet: मनोहर लाल मंत्रिमंडल में बदलाव की अटकलों के बीच राष्ट्रीय राजधानी में हरियाणा की सियासी गतिविधियां बढ़ गई हैं। चंडीगढ़ में अपनी गठबंधन सरकार के 600 दिन की उपलब्धियां गिनाने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल नई दिल्ली पहुंचे। उनके बाद राज्य के गृहमंत्री अनिल विज भी अचानक दिल्ली पहुंच गए। सीएम मनोहर लाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की तो अनिल विज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने जा पहुंचे। इसके बाद ह‍रियाणा कैबिनेट में बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं।

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दुष्यंत चौटाला की शाह से मुलाकात के बाद अहम हो गया प्रमुख नेताओं का दिल्ली दौरा

बता दें, पिछले एक पखवाड़े से राष्ट्रीय राजधानी हरियाणा की राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनी हुई है। 31 मई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। इसके बाद 11 जून को मनोहर सरकार में साझेदार जजपा नेता और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे। दुष्यंत की शाह से मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों यह चर्चा आम हो गई कि मनोहर मंत्रिमंडल का शीघ्र विस्तार होगा। यह चर्चा तब और प्रबल हो गई जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार चंडीगढ़ में राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात की।

अमित शाह से मिले सीएम मनोहरलाल तो अनिल विज पहुंचे नड्डा के दरबार में

मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने तय कार्यक्रम के अनुसार अभी शनिवार दोपहर तक दिल्ली में ही रहेंगे। कहा यह जा रहा है इस दौरान वे पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिलकर राज्य मंत्रिमंडल में बदलाव का प्रारूप तैयार करेंगे। इसी बीच गुरुवार को राज्य के गृहमंत्री अनिल विज के चंडीगढ़ से सीधे दिल्ली आने का अर्थ भी यह निकाला जा रहा है कि मंत्रिमंडल में बदलाव को लेकर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उनकी भी राय जानेगा। चर्चा यह भी है कि विज अपना गृह मंत्रालय बचाने दिल्ली पहुंचे हैं। इसके पीछे सीएम और विज के बीच गृह मंत्रालय के अधीन सीआइडी को लेकर हुआ घटनाक्रम भी आधार बनाया जा रहा है।

वैसे, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृहमंत्री अनिल विज दोनों ने ही अभी तक मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल की किसी संभावना की पुष्टि नहीं की है। अमित शाह से मिलने के बाद सीएम ने तो सिर्फ इतना ही कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार या बदलाव की मीडिया में चर्चा होने से कुछ लोग खुश अवश्य हो जाते हैं।

अनिल विज कह रहे हैं कि उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से सामान्य शिष्टाचार भेंट हुई है। मंत्रिमंडल को लेकर उनसे अभी तक किसी ने कोई चर्चा नहीं की। दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाओं से कभी इन्‍कार नहीं किया, क्योंकि जजपा के कोटे से एक विधायक को मंत्री बनाया जाना है।

बता दें कि मनोहर लाल ने अपनी पहली पारी में भी दो मंत्रियों को उनके कामकाज से असंतोष जाहिर कर हटाया था। तब उन्होंने तीन नए मंत्रियों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था। राजनीति के जानकार यह मान रहे हैं कि मनोहर लाल ने पिछली पारी की तरह ही इस बार भी अपने 600 दिन के कार्यकाल में कुछ मंत्रियों के कामकाज का आकलन किया होगा। यदि वह मंत्रिमंडल में जजपा कोटे के एक विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए शीर्ष नेतृत्व से अनुमति लेंगे तो मंत्रियों की आकलन रिपोर्ट भी देंगे। इसके आधार पर कुछ मंत्रियों पर गाज गिर सकती है।

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