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Panchkula Plot Allocation case: चार्जशीट में ईडी ने कहा, हुड्डा के घनिष्ठों को गलत तरीके से दिए औद्योगिक प्लाट

Panchkula Plot Allocation case प्रवर्तन निदेशाालय (ईडी) ने पंचकूला प्‍लाट आवंटन मामले में दाखिल किए गए चार्जशीट में हरियाणा के पूर्व सीएम व अन्‍य 21 आरोपिताें पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ईडी ने कहा है कि हुड्डा के करीबियों को गलत तरीके से प्‍लाट दिए गए।

By Sunil kumar jhaEdited By: Published: Wed, 17 Feb 2021 08:24 AM (IST)Updated: Wed, 17 Feb 2021 08:24 AM (IST)
Panchkula Plot Allocation case: चार्जशीट में ईडी ने कहा, हुड्डा के घनिष्ठों को गलत तरीके से दिए औद्योगिक प्लाट
पंचकूला प्‍लाट आवंटन मामले में पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर ईडी का शिकंजा कस गया है। (फाइल फोटो)

पंचकूला, जेएनएन। Panchkula Industrial Plot Allocation case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पंचकूला के औद्योगिक प्‍लाट आवंटन मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर शिंकंजा कस दिया है। ईडी ने अदालत में दायर चार्जशीट (प्रासीक्‍यूशन कंपलेंट) में हुड्डा सहित 22 आरोपिताें पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ईडी ने कहा है कि पंचकूला में हुड्डा के करीबियों को गलत तरीके से 14 औद्योगिक प्‍लाट आवंटित किए गए।

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कहा- पंचकूला में गलत तरीके से दिए गए 14 औद्योगिक प्लाट

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार के दौरान पंचकूला में औद्योगिक प्लाटों के आवंटन में अनियमितताओं की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को प्रासीक्यूशन कंपलेंट ( अभियोजन परिवाद) दायर की। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा सहित कुल 22 आरोपितों के खिलाफ प्रिवेंशन आफ मनी लाड्रिंग एक्ट, 2002 (पीएमएलए) के तहत आरोप लगाए गए हैं। इसके मुताबिक सन 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिचितों को 30.34 करोड़ रुपये में 14 औद्योगिक भूखंडों को गलत तरीके से आवंटित किया गया था। ईडी ने जिनपर आरोप लगाया है, उनमें चार आइएएस अधिकारी भी शामिल हैं, जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

हरियाणा सतर्कता ब्यूरो द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने सन 2015 में इस प्रकरण की जांच शुरू की थी। प्राथमिकी को बाद में 2016 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) में स्थानांतरित कर दिया गया। सीबीआइ ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया था।

ईडी ने कहा है कि जांच में पता चला कि हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट प्राधिकरण (हुडा), जो अब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण है, के पदेन अध्यक्ष रहते भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चार आइएएस अधिकारियों ने गलत तरीके से भूखंडों का आवंटन किया। ये चार अधिकारी हैं. धर्मपाल सिंह नागल (पूर्व मुख्य प्रशासक, हुडा), सुरजीत सिंह (पूर्व प्रशासक, हुडा), सुभाष चंद्र कंसल (हुडा के पूर्व मुख्य वित्त नियंत्रक) और नरेंद्र सिंह सोलंकी (हुडा के फरीदाबाद के पूर्व जोनल प्रशासक) शामिल हैं।

ईडी के अनुसार, भूखंडों के आवंटन मूल्य को सर्कल दर से चार-पांच गुना और बाजार दर से सात-आठ गुना कम रखा गया था। आवेदन की अंतिम तिथि के 18 दिन बाद मापदंड बदल दिए गए। ईडी ने कहा है कि पूरी इंटरव्यू प्रक्रिया 'कमिटेड एंड कंप्रोमाइज्ड थी।'

हर प्लाट पर सरकार को 15 से 35 फीसद तक चपत लगी

ईडी के अनुसार हुडा (अब एचएसवीपी) ने प्लाट आवंटन के लिए सात दिसंबर 2011 से छह जनवरी 2012 तक आवेदन मांगे थे। आवेदन की तिथि समाप्त होने के बाद अधिकारियों ने 24 जनवरी 2012 को आवंटन की शर्तें बदल दी। तब पूर्व सीएम हुड्डा अथारिटी के चेयरमैन थे। जिन्हें प्लाट अलाट हुए, उनमें ज्यादातर पूर्व सीएम हुड्डा के करीबी थे। आरोप है कि एचएसवीपी के मानकों के अनुसार आवेदक निर्धारित योग्यता भी पूरी नहीं कर रहे थे। 496 से 1280 वर्ग फीट के इन प्लाट को कम रेट पर बेचा गया। हर प्लाट पर 15 से 35 फीसद का नुकसान सरकार को हुआ।

इनको दिए थे प्लांट -

1. रेणु हुड्डा, मकान नंबर 37, सेक्टर 28-ए, चंडीगढ़। यह भूपेंद्र सिंह हुड्डा के भतीजे की पत्नी हैं।

2. नंदिता हुड्डा पत्नी नरेंद्र हुड्डा, मकान नंबर 210, सेक्टर 11, चंडीगढ़। नरेंद्र उस समय एडिशनल एडवोकेट जनरल थे। नंदिता का पंचकूला में गोल्डन ट्यूलिप होटल है।

3. मोना बेरी, मकान नंबर 1044, सेक्टर 11 पंचकूला। यह पूर्व सीएम हुड्डा के ओएसडी बीआर बेरी की पुत्रवधू हैं।

4. प्रदीप कुमार, मकान नंबर 509, सेक्टर 7-बी चंडीगढ़। यह पूर्व सीएम के सचिव सिंह राम के पुत्र हैं।      

5. कंवरप्रीत सिंह संधू, 390-चार चमन कुंजपुरा रोड, करनाल। कंवरप्रीत कुरुक्षेत्र विवि के कुलपति ले जनरल (सेवानिवृत्त) डीडीएस संधू के पारिवार से हैं।

6. डागर कत्याल, मकान नंबर 216-एल माडल टाउन रोहतक। इनका संबंध तब के वरिष्ठ उप महाधिवक्ता वाधया राम कत्याल के पुत्र संजय कत्याल के परिवार से है।

7. डाक्टर गणेश दत्त, मकान नंबर 1104, सेक्टर 33-सी चंडीगढ़।

8. अमन गुप्ता, थानेसर से कांग्रेस के पूर्व विधायक रमेश गुप्ता के पुत्र हैं।

9. ले. कर्नल ओपी दहिया (सेवानिवृत्त), मकान नंबर 261, सेक्टर 35 ए, चंडीगढ़। दहिया कर्ण सिंह दलाल के संबंधी कर्नल देशवाल के दामाद हैं।

10. मै. वाईपीटी एंटरटेनमेंट हाउस प्रा. लि. एससीओ 399, सेकंड फ्लोर, सेक्टर-20 पंचकूला। इसके मालिक सिद्धार्थ भारद्वाज हैं।

11.मनजोत कौर पत्नी प्रभजोत सिंह मकान नंबर 220, सेक्टर 25, पंचकूला। प्रभजोत ¨सह उस दौरान एडिशनल एडवोकेट जनरल थे।


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