हरियाणा भाजपा के नए अध्यक्ष के लिए दिल्ली दरबार में जबरदस्त लाबिंग, कई नाम चर्चा में
हरियाणा भाजपा के नए अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द ही हाे सकती है। इस पद के लिए दिल्ली में लॉबिग तेज हो गई है। अध्यक्ष पद के लिए कई नाम उभर कर सामने आए हैं।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में भाजपा अध्यक्ष का चुनाव करीब एक सप्ताह के लिए और टल सकता है। भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के परिवार में बेटे और बेटी दोनों की शादियां हैं। इसलिए हाईकमान नए अध्यक्ष की नियुक्ति का फैसला सुभाष बराला के परिवार में विवाह समारोह के बाद ले सकता है। 27 जून को बराला के बेटे तथा 28 जून को बेटी की शादी है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब नए प्रदेश अध्यक्ष का फैसला 30 जून के बाद यानी जुलाई के पहले सप्ताह में किसी भी समय हो सकता है। अध्यक्ष पद के लिए कई नामों की चर्चा है।
कोरोना काल में आज दिल्ली पहुंच रहे मनोहर लाल बैठाएंगे कई तरह की सेटिंग
मुख्यमंत्री मनोहर लाल राजनीतिक मामलों पर चर्चा करने के लिए आज दिल्ली जा रहे हैं। यह पहला मौका है, जब कोरोना महामारी के दौर में मुख्यमंत्री दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं। इसके कई राजनीतिक मतलब हैं। मुख्यमंत्री दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ आरएसएस के नेताओं तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात में सरकार और संगठन के कामकाज पर चर्चा के साथ-साथ नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मंथन का एजेंडा है।
एक सप्ताह के लिए टल सकता है भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव
हरियाणा में भाजपा अध्यक्ष बनने के तलबगारों की संख्या बहुत अधिक है। फिलहाल सशक्त दावेदारों में पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ का नाम है। भाजपा के प्रांतीय महामंत्री संदीप जोशी, पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल, पूर्व मंत्री कविता जैन के पति एवं सीएम के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन, करनाल के सांसद संजय भाटिया, कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी, हिसार के विधायक डा. कमल गुप्ता, पानीपत ग्रामीण के विधायक महीपाल सिंह ढांडा और प्रवक्ता वीर कुमार यादव के साथ पूर्व विधायक डा. पवन सैनी प्रदेश अध्यक्ष बनने के तलबगारों में शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का नाम भी राजनीतिक गलियारों में कई दिनों तक गूंजा। सूत्रों के अनुसार कृष्णपाल गुर्जर भले ही सीएम की भाषा बोलते हैं, मगर राजनीतिक कौशल में माहिर हो चुके मनोहर लाल किसी सूरत में उन्हेंं अध्यक्ष के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल हालांकि मुख्यमंत्री के साथ अपनी लाइजनिंग ठीक करने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन उन्हेंं इसमें खास सफलता हाथ नहीं लग पाई है।
मुख्यमंत्री ने फरीदाबाद में विपुल गोयल के समानांतर भाजपा विधायक नरेंद्र कुमार गुप्ता को खड़ा कर रखा है। यही स्थिति केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के मामले में हैं। राव इंद्रजीत का कोई काम नहीं रुक रहा, लेकिन उनके मुकाबले गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला के सिर पर सीएम का हाथ है।
संजय भाटिया और नायब सैनी के नामों में कई तरह के झोल
संजय भाटिया और नायब सिंह सैनी के नाम प्रदेश अध्यक्ष के लिए मजबूत माने जा रहे हैं, लेकिन भाटिया को पंजाबी होने का नुकसान पहुंच रहा है, जबकि सैनी को बाकी नेताओं का समर्थन नहीं मिल पाया है। हिसार के डा. कमल गुप्ता के मुकाबले मुख्यमंत्री संदीप जोशी को ज्यादा पसंद करते हैं। महामंत्री वेदपाल एडवोकेट के नाम पर भी चर्चा हो जाती है। डा. पवन सैनी चुनाव हार चुके हैं, इसलिए उनके नाम पर संगठन गंभीर नहीं है, जबकि राजीव जैन और वीर कुमार यादव के नाम का गणित किसी को समझ नहीं आ रहा है।
रामबिलास की इच्छाएं अभी जिंदा
मुख्यमंत्री पद का सपना लेकर पिछले पांच साल गुजार देने वाले प्रो. रामबिलास शर्मा की भी इच्छा है कि इस बार उन्हेंं फिर से प्रदेश अध्यक्ष पद का ताज मिल जाए, लेकिन उनकी किस्मत साथ नहीं दे रही है। ऐसे में अब मुख्य मुकाबला कैप्टन अभिमन्यु, ओमप्रकाश धनखड़, महीपाल सिंह ढांडा और संदीप जोशी के बीच माना जा रहा है। कैप्टन अभिमन्यु की राह में कई तरह के रोड़े हैं। कैप्टन व धनखड़ हाईकमान की पसंद हैं, लेकिन भाजपा के सहयोगी दल जजपा के ही कुछ लोग हाईकमान के साथ मिलकर कैप्टन का विरोध करने में जुटे हैं।
कैप्टन की राह में भाजपा के कई नेता व जजपा बन रहे रोड़ा
कैप्टन अभिमन्यु की राह में उनकी पार्टी के भी कुछ लोग बाधा बन रहे हैं। हालांकि उन पर कैप्टन व धनखड़ भारी पड़ रहे हैं। इस राजनीतिक जोड़तोड़ के बीच मुख्यमंत्री की कोशिश दोबारा से सुभाष बराला को ही प्रदेश अध्यक्ष बनवाने की है। अगर किसी एक नाम पर सर्वसम्मति नहीं बनी तो कैप्टन अभिमन्यु के बाद नायब सिंह सैनी, महीपाल ढांडा या संदीप जोशी में से किसी एक की लाटरी निकल सकती है।
यह भी पढ़ें: आखिर क्यों सामने नहीं आ रहे सिद्धू, 'अज्ञातवास' पड़ सकता है भारी, अब कुर्की-जब्ती की तैयारी
यह भी पढ़ें: जज्बे को सलाम: पति का छूटा काम तो पंजाब की महिला सरपंच खेतों में करने लगीं धान की रोपाई
यह भी पढ़ें: 'ट्रैक्टर वाली' सरपंच: सिर पर चुन्नी बांध कर खेतों की करती हैं जुताई, गांव का भी पूरा ध्यान
यह भी पढ़ें: यादों में रह गई बातें: 'हौसले' की बात करते-करते 'हौसला' तोड़ बैठे सुशांत राजपूत
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें