हरियाणा सरकार की कड़ी चेतावनी- छिपे तब्लीगी जमाती खुद समर्पण करें, अन्यथा दर्ज होंगे केस
हरियाणा सरकार ने राज्य में छिपे तब्लीगी जामतियों को कड़ी चेतावनी दी है। सरकार ने कहा कि तब्लीगी जमाती आत्मसमर्पण करें अन्यथा उनके खिलाफ केस दर्ज किए जाएंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में कोरोना संक्रमण फैलाने का बड़ा कारण बने तब्लीगी जमातियों के प्रति सरकार ने कड़ा रुख अपना लिया है। राज्य में अभी तक 1377 तब्लीगी जमातियों का पता लगाया जा चुका है, लेकिन प्रदेश सरकार के पास सूचनाएं पहुंच रही कि राज्य के विभिन्न जिलों में तब्लीगी जमाती अभी भी छिपे हुए हैं। इन सूचनाओं के आधार पर सरकार ने तब्लीगी जमातियों को खुद ही जिला प्रशासन के सामने सिरेंडर करने का एक मौका दिया है। यदि तब्लीगी जमाती जिला प्रशासन के सामने खुद समपर्ण नहीं करते तो उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाएंगे।
हरियाणा सरकार को मिली हर जिले में तब्लीगियों के अभी भी छिपे होने की सूचनाएं
प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने रविवार को दोटूक कह दिया कि किसी तब्लीगी जमाती के इलाज में कोई भेदभाव नहीं बरता जा रहा और न ही बरता जाएगा। सरकार के पास हर जिले से ऐसी खबरें आ रही हैं कि काफी तब्लीगी जमाती इधर उधर छिपे हुए हैं, जिनके दूसरे लोगों को कोरोना फैलने का डर है। इसलिए छिपे हुए तब्लीगी जमातियों को यह मौका दिया जा रहा है कि वे जिस जिले में भी हैं, वहां जिला प्रशासन के पास खुद जाएं और अपने को अधिकारियों के सामने पेश कर दें। तब उनके क्वारंंटाइन की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी।
राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा जिलों में जाकर खुद रिपोर्ट करें छिपे तब्लीगी
गृह मंत्री ने कहा कि यह काम अगले एक से दो दिन में पूरा कर लिया जाना चाहिए। इसके बाद यदि कोई तब्लीगी जमाती किसी जिले में मिला तो उसके विरुद्ध आपदा प्रबंधन कानून के तहत विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी तय है।
उन्होंने बताया कि एक मार्च के बाद हरियाणा में आए तब्लीगी जमातियों के कोरोना टेस्ट के लिए सेंपल लेने शुरू हो गए हैं। अभी तक राज्य में कोरोना पाजीटिव 76 केस मिले हैं, जिनमें 15 लोग ठीक हो चुके हैं। बाकी बचे 61 लोगों में 31 लोग तब्लीगी जमाती बताए जा रहे हैं।
इन बिंदुओं पर भी बोले गृह मंत्री विज
- हरियाणा में नंंह तब्लीगी जमातियों की गतिविधियों का सबसे बड़ा केंद्र रहा है।
- हरियाणा में लाकडाउन की अवधि बढऩे की संभावना नहीं है।
- लॉकडाउन पूरे राज्य में सफल है और लोग खुद इसमें सहयोग कर रहे हैं।
- सभी एसपी को निर्देश दिए गए हैं कि वे तब्लीगी जमातियों के पकड़े जाने के बाद उनके सेंपल और इलाज की व्यवस्था के दौरान किसी भी मामले को सांप्रदायिक न होने दें।
- निजामुद्दीन स्थित जिस मरकज को दिल्ली सरकार ने अब अवैध घोषित किया है, वह बहुत पहले हो जाना चाहिए था। क्या अरविंद केजरीवाल की सरकार को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी?
- डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम और करौंथा आश्रम के संचालक रामपाल के समर्थक सोशल मीडिया पर दावा कर रहे कि उनके गुरु के पास कोरोना का इलाज है। यह उनकी शोशेबाजी है और सरकार इस छलावे में नहीं आने वाली है।
- सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा द्वारा जिन कर्मचारियों की तीन माह की सेलरी नहीं मिलने का दावा किया जा रहा है, वह झूठा है। सभी की सेलरी निर्गत की जा चुकी है। कोई स्पेशल केस होगा तो अलग बात है।
- किसी भी तब्लीगी जमाती को सामान्य खाना ही मिलेगा। भले ही वह बीफ और बिरयानी की मांग करें, लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था हमारे यहां नहीं है।
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