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आटा, दाल और चावल की दर तय करने के बाद भी नहीं रुक रही कालाबाजारी

हरियाणा में कोरोना के खिलाफ जंग के बीच आवश्‍यक सामग्री की कालाबाजारी हो रही है। राज्‍य सरकार ने चावल आटा और दाल की कीमते तय कर दी हैं इसके बावजूद कालाबाजारी रुक नहीं लग रही है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 08:40 AM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 08:40 AM (IST)
आटा, दाल और चावल की दर तय करने के बाद भी नहीं रुक रही कालाबाजारी
आटा, दाल और चावल की दर तय करने के बाद भी नहीं रुक रही कालाबाजारी

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा में काेरोना से जंग के दौरान राशन सामग्री की कालाबाजारी राेकने और मनमानी कीमत वसूलने को राेकने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार ने चावल, आटा और दाल सहित विभिन राशन सामग्री की दरें तय कर दी हैं। इसके बावजूद इसकी कालाबाजारी जारी है। लॉक डाउन के दौरान इनकी कालाबाजारी करने वाले बाज नहीं आ रहे। सरकार की तय दर पर लोगों को किराना दुकानों पर राशन नहीं मिल रहा है। किराना दुकानदार कालाबाजारी को महंगाई का रूप देने में लगे हैं। अब सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।

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सरकार की तय दर पर नहीं मिल रहा है किराना दुकानों पर राशन

कई दुकानदार कह रहे हैं कि थोक बाजार में सामान की आई कमी के कारण सामान की दर बढ़ रही है। थोक दुकानदार राशन की वस्तुओं के दाम बढ़ाने के पीछे केवल ट्रांसपोर्ट की कमी बता रहे हैं। राशन थोक में बेचने वाले दुकानदारों के अनुसार यदि दिल्ली से माल को लाने में कोई समस्या न आए तो फिर दाम बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी कह रहे हैं कि यह कालाबाजारी करने वाले लोग अपने स्तर पर ही

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सीआइडी के माध्यम से कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों पर शिकंजा कसेगी सरकार

कालाबाजारी का आलम यह हो गया है कि सरकार ने 25 मार्च को तय किए जरूरी सामान के दाम दुकानदारों ने अब महज पांच दिन में 5 से 25 रुपये तक बढ़ा दिए हैं। आटा का भाव सरकार ने 25 रुपये प्रतिकिलोग्राम तय किया था मगर अब यह 30 रुपये प्रतिकिलोग्राम से कम नहीं मिल रहा है।

चावल परमल के भाव भी सरकार ने 25 रुपये प्रतिकिलोग्राम तय किए थे मगर यह भी 40 रुपये प्रतिकिलोग्राम से कम पर नहीं मिला रहा है। इसके अलावा राजमा के दाम 25 मार्च से पहले 90 रुपये प्रतिकिलोग्राम थे मगर अब इनका भाव 110 रुपये प्रतिकिलोग्राम हो गया है।

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            जींस -         दर  (रुपये प्रतिकिलोग्राम)-        कालाबाजारी के दौरान भाव

दाल उड़द-                       90-                                      125

दाल मूंग-                        91-95-                                 125  

दाल चना-                       56-57-                                  75

दाल अरहर (तूर) -            80-                                        110

आटा-                             25-                                        30

चावल परमल -                25-                                         40

चीनी-                            36-                                         40

नमक-                           20-                                         20

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पुलिस और सीआइडी करेगी सख्ती

इराज्य सरकार के आदेश पर पुलिस ऐसे दुकानदारों की शिकायत पर कार्रवाई करने में सक्षम होगी तय दर से ज्यादा पर राशन की वस्तुएं बेचेंगे। अभी पुलिस ऐसे दुकानदारों पर इसलिए ज्यादा सख्ती नहीं बरत रही है कि  राशन विक्रेताओं में नाराजगी की आशंका है। गृहमंत्री अनिल विज के निर्देश पर सीआइडी को इसका जिम्मा सौंपा गया है। सीआइडी के अधिकारी बाजारों में जाकर ऐसे दुकानदारों की रिपोर्ट तैयार कराएंगे जो कालाबाजारी कर रहे हैं। रिपोर्ट के आधार पर कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई के लिए जिला खाद्य एवं नियंत्रक को भेजा जाएगा।

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'' कालाबाजारी की सूचनाओं पर सरकार की कड़ी नजर है। सरकार जानबूझकर ज्यादा सख्ती नहीं करना चाहती क्योंकि यह समय लूटमारी या कालाबाजारी का नहीं है। व्यापारी वर्ग के लोगों को इन हालातों में संयंम से काम लेना चाहिए। समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। कोई यह भी नहीं समझे कि इस समय सरकार की इन कालाबाजारियों पर नजर नहीं है।

                                                                                                       - अनिल विज, गृहमंत्री, हरियाणा।


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