गांवों की ओर निकले मजदूरों को आश्रय स्थलों में दी पनाह
अपना आशियाना छोड़कर पैदल मार्च करते हुए उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए निकले मजदूरों को प्रशासन की ओर से आश्रय स्थलों में पनाह दी जा रही है।
राजेश मलकानियां, पंचकूला
अपना आशियाना छोड़कर पैदल मार्च करते हुए उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए निकले मजदूरों को प्रशासन की ओर से आश्रय स्थलों में पनाह दी जा रही है। किसी को भी वापस नहीं जाने दिया जाएगा और कोई जबरदस्ती जाने की कोशिश करेगा, तो उस पर सख्ती भी बरती जाएगी। दरअसल भूख और असुरक्षा की भावना के चलते यह लोग पिछले दो तीन दिनों से अपनी झुग्गियों को खाली करके यूपी बिहार में अपने गांवों को लौटना शुरू हो गए थे। एकाएक मजदूरों के पलायन के बाद प्रशासन और सरकार के हाथ-पांव फूलने शुरू हो गए थे। यह भी डर सता रहा था कि यदि इनमें से किसी एक को भी कोरोना संक्रमण हुआ, तो कई लोगों को चपेट में ले लेगा। इसके बाद अब स्कूलों में आश्रय स्थल बनाकर इन मजदूरों को रोका जा रहा है और खाना भी दिया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिग और इनके स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जा रहा है। पंचकूला में बनाए गए 12 अस्थायी आश्रय स्थल
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन के दौरान मजदूरी करने वाले और एक राज्य से दूसरे राज्य में आ जा रहे लोगों के लिए पंचकूला में 12 अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए है। इन आश्रय स्थलों में नोडल अधिकारी नियुक्त कर उन्हें आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं। हिमाचल, चंडीगढ़ और पंजाब से लगती जिला की सीमाओं को पूर्ण रूप से सील कर दिया है। इस दौरान सीमा क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति घूमते हुए पाया जाता है, तो उसे लॉकडाउन तक सकेतड़ी, रामगढ़, कालका, मंढावाला, रायपुररानी और बरवाला के राजकीय वरिष्ठ उच्च विद्यालयों में स्थापित आश्रय स्थलों में रखा जाएगा। इन आश्रय स्थलों में 998 व्यक्तियों के रहने का प्रबंध किया गया है और वर्तमान में 225 व्यक्तियों को रखा कर उन्हें आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। इनसे करें संपर्क छह अस्थायी आश्रय स्थलों के लिए श्री माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी एमएस यादव 9855775666 और खंड विकास व पंचायत अधिकारी रायपुररानी विकास कुमार 9817342017 को नोडल अधिकारी लगाया गया है। माता मनसा देवी बोर्ड में लंगर से खाने पीने और रहने का प्रबंध किया गया है। काली माता मंदिर कालका में भी सामाजिक दूरी बनाकर लंगर और रहने का प्रबंध किया गया है। जिला राजस्व अधिकारी रामफल कटारिया को लॉकडाउन के दौरान सूखा राशन वितरण करने और एकत्रित करने के लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी बनाया गया है। किसी भी मजदूर को वापस नहीं जाने दिया जाएगा। दूसरे प्रदेशों की सीमाएं सील कर दी गई हैं और इनके रहने और खाने का प्रबंध किया गया है। सोशल डिस्टेंसिग का भी ध्यान रखा जाएगा।
—मुकेश आहूजा, डीसी पंचकूला