कोरोना के डर से सेक्टरों में एंट्री गेटों पर लगाया ताला
कोरोना का कहर शहर के लोगों को सताने लगा है। शहर की विभिन्न रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों और सोसायटियों में रहने वाले लोगों ने अपने घरों की गलियों के आगे लगाए हुए सुरक्षा गेटों को बंद कर दिया है ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति एंट्री न कर सके।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : कोरोना का कहर शहर के लोगों को सताने लगा है। शहर की विभिन्न रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों और सोसायटियों में रहने वाले लोगों ने अपने घरों की गलियों के आगे लगाए हुए सुरक्षा गेटों को बंद कर दिया है, ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति एंट्री न कर सके। सेक्टर-8, 9, 10, 15, 20 में लगे सिक्योरिटी गेटों को बंद कर दिया है। सेक्टर-8 की अलग-अलग एंट्री को बंद कर दिया गया। सेक्टर में आवाजाही के लिए सिर्फ दो गेट सेक्टर 7-8 की डिवाइडिग और दूसरा गेट सेक्टर 8-9 की डिवाइडिग की ओर 24 घंटे के लिए खुला रखा है, बाकी गेट बंद कर दिए गए हैं। इसी तरह सेक्टर-12ए में एंट्री के लिए अलग-अलग जगह पर लगे हुए गेटों को बंद कर दिया है और दो ही मुख्य गेट खोले गए हैं। सेक्टर-20 में कई सोसायटी के गेटों को बंद किया गया है और सुरक्षा गार्डस को कहा गया है कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर न आने दिया जाए। सेक्टर-20 सनसिटी सोसायटी में रहने वाले अतुल गर्ग ने बताया कि लोग देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के केसों से डरे हुए हैं और लोगों ने लॉकडाउन का पूरा पालन करने का मन बनाया है। वहीं, कुछ लोग लॉकडाउन का उल्लंघन भी कर रहे हैं, जिन्हें रोकना जरूरी है।
सेक्टर-12 निवासी राकेश अग्रवाल ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान नियमों को ताक पर रखकर सब्जी वालों को बाहर मंडी की तरह या मार्केट में बिठाकर प्रशासन खुद ही कोरोना को न्योता दे रहा है। अगर सुरक्षा नहीं बरती, तो घातक परिणाम होंगे। सेक्टरों में एंट्री बंद करना जरुरी है।
सेक्टर-8 वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आरपी मल्होत्रा ने बताया कि कोरोना लोकडॉउन के चलते पंचकूला प्रशासन द्वारा बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं। नगर निगम की प्रशासक सुमेधा कटारिया और कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह द्वारा छिड़काव भी करवाया गया है। लोगों ने मांग की है कि गरीब लोगों तक जरूरत का सामान पहुंचाया जाए। यह गेट केवल अपनी सुरक्षा के लिए बंद किए हैं, ताकि बीमारी न फैले।