कालका प्राइमरी स्कूल में बनेंगे छह कमरे, 53 लाख रुपये होंगे खर्च
प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई करने के लिए आने वाले बच्चों को अब बाहर नहीं बैठना पड़ेगा।
राजकुमार, कालका : प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई करने के लिए आने वाले बच्चों को अब बाहर नहीं बैठना पड़ेगा। शिक्षा विभाग ने छह नए कमरों के निर्माण की इजाजत दे दी है। बता दें कि वरिष्ट कांग्रेस नेता रघुवंश मल्होत्रा ने स्कूली बच्चों की सुध लेने के लिए स्कूल का दौरा किया था और दैनिक जागरण ने 30 जनवरी के अंक में से कैसी व्यवस्था..पांच कमरों में चल रहे दो स्कूल, 500 बच्चे कर रहे पढ़ाई शीर्षक के साथ उठाया था मुद्दा। विभाग द्वारा नए कमरों का निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए शहर के लोगों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है। वर्ष 1904 में बने प्राइमरी स्कूल में पांच कमरे हैं, जिसमें दो प्राइमरी स्कूल और एक आंगनबाड़ी केंद्र चल रहा है। प्राइमरी स्कूल में करीब 500 बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते हैं। इन बच्चों के साथ-साथ यहां आंगनबाड़ी केंद्र भी है। नियमानुसार तो 30 बच्चों पर एक सेक्शन के हिसाब से करीब 19 कमरों की जरूरत है। स्कूल में पर्याप्त मात्रा में कमरें नहीं होने के कारण अधिक्तर बच्चों को क्लास रूम भी नसीब नहीं होता है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड में स्कूली बच्चे ठिठुरते हुए पढ़ाई करने को मजबूर हैं। लेकिन अब शिक्षा विभाग ने स्कूल में छह नए कमरों का निर्माण करवाने की तैयारी कर ली है। 53 लाख की मिली मंजूरी
इसके तहत यहां पिछले कुछ दिनों के दौरान कई अधिकारियों ने दौरे भी किए हैं। विभाग के जेई राजेश कुमार ने बताया कि कालका के प्राइमरी स्कूल में छह कमरों के निर्माण जल्द पूरा करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नए भवन की ड्राइंग भी तैयार कर ली गई है और इस कार्य के लिए करीब 53 लाख रुपये की राशि मंजूर हुई है। कमरों का निर्माण कार्य समग्र शिक्षा अभियान के तहत किया जाएगा।