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जनगणना में किसी नागरिक से दस्तावेज नहीं मांग सकेंगे अधिकारी, 1 मई से पहला चरण

हरियाणा में जनगणना की तैयारियों शुरू हाे गई हैं। जगणना के पहले चरण में मकानों की गणना की जाएगी। यह 1 मई से शुरू होगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 15 Feb 2020 03:21 PM (IST)Updated: Sun, 16 Feb 2020 11:40 AM (IST)
जनगणना में किसी नागरिक से दस्तावेज नहीं मांग सकेंगे अधिकारी, 1 मई से पहला चरण
जनगणना में किसी नागरिक से दस्तावेज नहीं मांग सकेंगे अधिकारी, 1 मई से पहला चरण

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में जनगणना आरंभ करने के लिए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैैं। 9 फरवरी 2021 में आरंभ होने वाली जनगणना के पहले चरण में मकानों को सूचीबद्ध करते हुए उनकी गणना की जाएगी। यह कार्य 1 मई से 15 जून 2020 तक चलेगा। इसके अंतर्गत मकानों की गुणवत्ता, परिवार में उपलब्ध सुख सुविधाओं और परिवार में उपलब्ध संपत्तियों की जानकारी जुटाई जाएगी।

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पहले चरण में मकानों की होगी गणना, दूसरे चरण में चलेगी जनगणना

जनगणना का दूसरा चरण 9 फरवरी 2021 से आरंभ होकर 28 फरवरी 2021 तक चलेगा। इसके साथ ही रिविजनल राउंड 1 से 5 मार्च 2021 तक आयोजित किया जाएगा। राज्य में करीब 58 हजार प्रगणक और पर्यवेक्षकों को जनगणना के काम में लगाया जाएगा। जिला जनगणना अधिकारियों एवं तहसीलदारों का जिला स्तरीय प्रशिक्षण 19 फरवरी से 4 मार्च 2020 के मध्य आयोजित किया जाएगा। इसके बाद लगभग 900 फील्ड ट्रेनरों का प्रशिक्षण मार्च 2020 में पूरा होगा। इस प्रशिक्षण के उपरांत फील्ड ट्रेनरों द्वारा अप्रैल 2020 में प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने चंडीगढ़ में मंडल आयुक्तों, जिला उपायुक्तों और प्रधान जनगणना अधिकारियों के राज्य स्तरीय सम्मेलन में जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त विवेक जोशी भी उपस्थित रहे।

जोशी ने कहा कि जनगणना 2021 के लिए नागरिकों से किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं मांगे जाएंगे। नागरिकों से केवल कुछ प्रश्नों के जवाब मांगे जाएंगे। जनगणना करते समय प्रधान जनगणना अधिकारी इस बात का ध्यान रखेंगे कि नागरिकों से केवल प्रश्नावली में दिए गए प्रश्न ही पूछे जाएं। उन्होंने कहा कि जनगणना के समय एकत्र किया गया व्यक्तिगत डाटा पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा।

मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने अधिकारियों से कहा कि जनगणना सामाजिक, आर्थिक और जनसांख्यिकी डाटा के रूप में सबसे विश्वसनीय स्रोत है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि जनगणना का डाटा विश्वसनीय होना चाहिए। जनगणना 2021 इतिहास में ऐसी पहली जनगणना होगी, जो पूरी तरह से डिजिटल होगी। इस जानकारी से राज्यों को भी अपनी योजनाएं बनाने में बहुत मदद मिलेगी। जनगणना के काम में सहयोग के लिए आम लोगों को जागरूक करना भी जिला उपायुक्तों की जिम्मेदारी है।

महा रजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त विवेक जोशी ने कहा कि जनगणना के आंकड़े विशेष रूप से डिजाइन की गई मोबाइल एप पर एकत्र किए जाएंगे। सम्मेलन में मुख्य सचिव ने जनगणना कार्य निदेशालय हरियाणा की वेबसाइट लांच की, जिसमें जनगणना से संबंधित परिपत्र, अधिसूचनाएं एवं बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न एवं अन्य महत्वपूर्ण तथ्य समाहित हैैं।

राजस्व एवं आपदा प्रबंधन और चकबंदी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव महावीर सिंह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के प्रधान सचिव अपूर्व कुमार सिंह, जनगणना कार्य हरियाणा की निदेशक प्रेरणा पुरी सम्मेलन में प्रमुख रूप से शामिल हुए।


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