साइंस टीचर और प्रिसिपल के बीच विवाद, विद्यार्थियों ने की नारेबाजी
गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल सकेतड़ी में 9वीं और 10वीं के विद्यार्थियों ने प्रिसिपल व शिक्षकों के खिलाफ नारेबाजी की जिसके बाद स्कूल में पुलिस बुलानी पड़ी।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल सकेतड़ी में 9वीं और 10वीं के विद्यार्थियों ने प्रिसिपल व शिक्षकों के खिलाफ नारेबाजी की, जिसके बाद स्कूल में पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस ने विद्यार्थियों को कक्षा में वापस भेजा। मामला एक विज्ञान शिक्षक और प्रिसिपल के बीच विवाद का है, जिसमें विद्यार्थी शिक्षक के पक्ष में थे। गांव के लोग स्कूल परिसर में आ पहुंचे और माहौल पर नाराजगी जताई।
जानकारी के अनुसार सुबह करीब साढ़े नौ बजे स्कूल के विद्यार्थियों की ओर से नारेबाजी करते देख सकेतड़ी गांव के लोग स्कूल परिसर में जमा हो गए। स्कूल परिसर में हंगामा दोपहर तीन बजे तक चला। स्कूल में पढ़ाई का माहौल खराब होता देख विद्यार्थी अपनी कक्षाओं से बाहर झांकते नजर आए। ड्रामे के बीच अन्य शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों को नहीं पढ़ाया। स्कूल परिसर में शुक्रवार को लगने वाले असेंबली में स्कूल के 9वीं और 10वीं के बच्चों को पता चला कि प्रिसिपल ने उनके साइंस टीचर पूजा के खिलाफ ऑर्डर बुक में कमेंट्स लिखा है। विद्यार्थियों को स्कूल में शिक्षकों के साथ सही व्यवहार न करने पर डांट फटकार लगाई गई। इस पर 9वीं और 10वीं के विद्यार्थियों ने असेंबली से निकल कर प्रिसिपल व स्कूल के अन्य टीचर्स के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। स्कूल मैनेजमेंट की ओर से पुलिस को मौके पर बुलाया और उसके बाद पुलिस ने हालात पर काबू पाया।
प्रिंसिपल ने लगाए ये आरोप
स्कूल प्रिसिपल सुदेश ने साइंस टीचर पूजा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह क्लास में सभी दरवाजे व खिड़कियां बंद कर बच्चों को लैपटॉप पर पढ़ाती हैं। वह बच्चों को लैपटॉप में क्या पढ़ाती हैं, उसके बारे में कोई जानकारी नहीं देती। इसके अलावा आए दिन वह बाहर से कुछ न कुछ खाना विद्यार्थियों के लिए लेकर आती हैं। प्रिसिपल ने टीचर पूजा पर बच्चों को अपने वश में करने का आरोप लगाया और कहा 9वीं और 10वीं क्लास के विद्यार्थी उनके अलावा किसी की नहीं सुनते।
सिलेबस कंपलीट करवाने के लिए लगाती हूं एक्स्ट्रा क्लास
वहीं साइंस टीचर पूजा ने बताया कि वह बच्चों के लिए एक्स्ट्रा क्लासेज लगाकर उनके सिलेबस कंपलीट करवाती हैं। कभी-कभी वह बच्चों के लिए खाने का सामान लाती हैं, ताकि विद्यार्थी इसी बहाने अच्छे से पढ़ाई करें। मैंने स्कूल के कुछ इवेंट्स में अपने पैसे से सामान मंगवाया था और उसका बिल भी स्कूल की प्रिसिपल को दिया, लेकिन आज तक मुझे मेरा पैसा नहीं मिला। मैंने किसी भी टीचर के साथ कोई बदतमीजी नहीं की है। डीईओ ने करवाई सुलह
करीब चार घंटे बाद डिप्टी डीईओ इंदू दहिया स्कूल परिसर में पहुंची और उन्होंने पहले तो प्रिसिपल की बात सुनी और उन्हें फटकार लगाते हुए कहा कि एक्स्ट्रा क्लास लगाने के लिए रूटीन चार्ट बनाएं। उसके बाद डिप्टी डीईओ ने साइंस टीचर पूजा से बात की और फिर प्रिसिपल व टीचर के बीच सुलह करवाई।