कालका अस्पताल होगा 50 बैड का
सरकारी अस्पताल कालका को सब डिवीजनल अस्पताल का दर्जा मिल गया है।
राजकुमार, कालका : सरकारी अस्पताल कालका को सब डिवीजनल अस्पताल का दर्जा मिल गया है। शहर तथा दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपने इलाज के लिए इसी अस्पताल पर निर्भर हैं। शुरू में यहां एक छोटे भवन में अस्पताल की शुरुआत की गई थी। इसके बाद विभाग ने यहां भवन का विस्तार करवाया, जिसके तहत पिछले कुछ साल पहले नया भवन बनाया गया जिसमें आपातकालीन सेवाओं के साथ-साथ प्राइवेट रुम की भी व्यवस्था की गई। अस्पताल अभी तक 30 बैड का था, जोकि अपग्रेड होने के बाद 50 बैड का हो गया है। विभाग द्वारा अस्पताल को एसडीएच का दर्जा दिए जाने के बाद यहां वह सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जोकि एसडीएच लेवल के अस्पताल में मरीजों को मिलनी चाहिए। इसी के तहत यहां एसएमओ और एमओ की एक-एक पोस्ट बढ़ाई गई है। अस्पताल में एसएमओ के दो पद बन गए हैं और एमओ की संख्या 11 हो गई है। बनेगा नया भवन
अस्पताल का दर्जा बढ़ाने के साथ ही यहां नए भवन का निर्माण करने का कार्य भी शुरू हो गया है। अस्पताल परिसर में खाली पड़ी जगह पर बनाए जाने वाले नए भवन के लिए पिछले दिनों भवन का नक्शा पास करवाने के साथ-साथ संबंधित विभागों ने सर्वे का कार्य भी पूरा कर लिया था। नया भवन बनने के बाद गायिनी को एक अलग वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा और 20 बैड की अलग से व्यवस्था होगी, जिसके साथ ही यहां 50 बैड वाले अस्पताल की मरीजों को सुविधा मिलने लगेगी। पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ ओमनारायण गुप्ता ने बताया कि अस्पताल को 50 बैड का बनाने के लिए नए भवन का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। नए भवन के निर्माण पर करीब 88 लाख रुपये का खर्च आएगा, जिसका आज टेंडर जारी किया गया है। नया भवन दो मंजिला होगा।