मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप का समापन, संदीप सिंह ने बांटे पुरस्कार
ताऊ देवीलाल खेल परिसर में आयोजित अखिल भारतीय मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप का समापन।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : ताऊ देवीलाल खेल परिसर में आयोजित अखिल भारतीय मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2020 का मंगलवार को समापन हो गया। समापन अवसर पर हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। जिनका ऑल इंडिया मास्टर एथलेटिक एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष विशाल सेठ, महासचिव रामकिशोर शर्मा, वित्त सचिव जसपिद्र सिंह ने स्वागत किया। संदीप सिंह ने विजेता खिलाडि़यों को शुभकामनाएं दी और कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। जीत पर कभी गुमान नहीं करना चाहिए और हारने पर कभी निराश नहीं होना चाहिए। संदीप सिंह ने कहा कि जिस तरह से मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में इन खिलाडि़यों ने उम्र को दरकिनार करते हुए अपने जज्बे का प्रदर्शन किया, वह बहुत ही काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि खेल के साथ स्वास्थ्य भी ठीक रहता है, इसलिए अधिक से अधिक युवाओं को खेलों की तरफ जाना चाहिए। वित्त सचिव जसपिद्र सिंह ने बताया कि 10 हजार मीटर रन में 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में ओमप्रकाश प्रथम, जय सिंह मलिक द्वितीय, एमएस खान तृतीया रहे। 65 वर्ष से अधिक आयु में अमर सिंह प्रथम, माथे सिंह द्वितीय, दयानंद तृतीय रहे। महिला वर्ग में वाई विजया लक्ष्मी प्रथम, 60 वर्ष से अधिक आयु में कृष्णा देवी प्रथम, 55 वर्ष से अधिक 10 हजार मीटर रन में पीजो प्रथम, विजय नेगी द्वितीय रहे। इसी तरह 50 वर्ष से अधिक हैमर थ्रो में के आइ बोबल सिंह प्रथम, गुरजीवन सिंह द्वितीय, देवीदयाल तृतीय, एल श्याम मैथ्थी चौथे नंबर पर रहे। हैमर थ्रो में अहलावत चंद ने मारी बाजी
80 वर्ष से अधिक हैमर थ्रो में अहलावत चंद सिंह प्रथम, बी मुनिराज द्विती, बी सैमुअल तृतीया, जडेजा रिटुबा चौथे, दलजीत कुमार 5वें और वाई सूर्यनारायण एवं आरती भगवान संयुक्त रूप से छठे स्थान पर रहे। 75 वर्ष से अधिक हैमर थ्रो में केश वीरेंद्र सिंह प्रथम, सुखदेव सिंह द्वितीय, आरएस संधू तृतीय रहे। महिला वर्ग हैमर थ्रो में 70 वर्ष से अधिक में वाई कॉटेज रामा प्रथम, डी धन लक्ष्मी द्वितीय, के निर्मला तृतीय रहे। 65 वर्ष से अधिक हैमर थ्रो महिला वर्ग में पूर्वी देवी प्रथम, राज द्वितीय, भारती तृतीया रहे। 50 से अधिक पोल वाल्ट में केजी प्रथम, बलवीर कौर द्वितीय रहे। 55 वर्ष से अधिक में गजामा केजी प्रथम, राऊ गिरी पुष्पा बाबू द्वितीय रहे।