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कालका अस्पताल में एसएमओ के दोनों पद खाली, लोग परेशान

सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर दिखावे से ज्यादा कुछ नहीं हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 09:43 PM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 09:43 PM (IST)
कालका अस्पताल में एसएमओ के दोनों पद खाली, लोग परेशान
कालका अस्पताल में एसएमओ के दोनों पद खाली, लोग परेशान

राजकुमार, कालका : सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर दिखावे से ज्यादा कुछ नहीं है। कालका अस्पताल में इलाज करवाना मरीजों के लिए आसान नहीं है। लोगों को मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों की दौड़ना पड़ता है। विभाग ने कालका में एसएमओ के दो पद मंजूर कर रखे हैं, लेकिन यहां दोनों खाली पड़े हैं। अस्पताल के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं और सरकारी डाक के भी ढेर लगे हैं। सरकारी फाइलों पर एसएमओ के हस्ताक्षर न होने से कार्य पेंडिग पड़े हैं। वहीं अस्पताल में नेत्र विशेषज्ञ का पद तो कई सालों से खाली पड़ा है। बड़ी बात तो यह है कि अस्पताल में लास्ट टाइम नेत्र विशेषज्ञ के पद पर किस डॉक्टर की नियुक्ति रही थी, इस बारे में किसी को जानकारी ही नहीं है। नेत्र विशेषज्ञ की मांग लोग वर्षो से करते आ रहे हैं, लेकिन यह पद भी कालका में भरने की शायद किसी ने जरूरत नहीं समझी। तीन घंटे में मिली दवा

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मंगलवार को सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए दूर दराज से आए हुए मरीजों में परेशानी और मायूसी साफ देखने को मिल रही थी। आज अस्पताल में जनरल ओपीडी के लिए एक डॉक्टर तैनात था, जिसके कमरे के बाहर मरीजों का सैलाब उमड़ा हुआ था। लोगों को दो से तीन घंटों तक इलाज चेकअप के लिए इंतजार करना पड़ा। आज की तस्वीर को देखकर ऐसा लग रहा था कि मानों यह किसी पिछडे़ राज्य का बेहद पिछड़ा हुआ इलाका हो। बसंत विहार कॉलोनी से अस्पताल पहुंची हूं। दो घंटों से दंत चिकित्सक का कोई अतापता ही नहीं है और न ही कोई सही जानकारी मिल रही है। कालका के सरकारी अस्पताल में इलाज करवाना आसान नहीं है। विभाग को ध्यान देना चाहिए।

-स्वतंत्र कौर शुगर की दवाई लिखवाने के लिए दो घंटों से अस्पताल में खड़ी हूं, लेकिन डॉक्टरों के कमरे खाली पड़े हैं और एक डॉक्टर के कमरे के बाहर भीड़ इतनी ज्यादा है कि शाम तक भी शायद ही नंबर आए। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

-कांता देवी, नंगल कंडयाला सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों के कमरे खाली पड़े हैं और लोग परेशान हो रहे हैं। दो घंटों से अस्पताल में खड़े हुए हैं, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ। कालका के अस्पताल को केवल दिखावा मात्र से ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है।

-ज्योति, रेलवे कॉलोनी सरकार व विभाग बड़े-बड़े दावे करता है और अस्पताल की पटरी से उतरी व्यवस्थाएं दावों की पोल खोल रही हैं, लेकिन बावजूद इसके भी विभाग कालका अस्पताल की ओर से आंखें मूंदे बैठा है। लोगों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाना सरकार व विभाग की जिम्मेदारी है।

- अमर सिंह, नंगल भागाकोट एसएमओ के ऑर्डर जारी हो रखे हैं, जल्द ही ज्वाइनिग हो जाएगी। मंगलवार को अस्पताल में डॉक्टरों की अनुपस्थिती चेक करेंगे और जल्द ही अस्पताल का दौरा करके सुविधाओं का जायजा लिया जाएगा।

-डॉ. जसजीत कौर, सिविल सर्जन, पंचकूला


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