निर्दलीय MLA कुंडू की शिकायत पर एक्शन में विज, SIT की चपेट में आएंगे कई निगमों के घोटालेबाज,
हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज नगर निगमों में घोटाले को लेकर एक्शन में हैं। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू की शिकायत के बाद विज द्वारा गठित एसआइटी की चपेट में कई घोटालेबाज आएंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के शहरी निकाय मंत्री अनिल विज एक बार फिर एक्शन में हैं। विज ने महम के निर्दलीय विधायक की पहल पर नगर निगमों के घोटालेबाजों को बेनकाब करने का कदम उठाया है। विज ने इसके लिए विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर दी है। इस एसआइटी की चपेट में कई नगर निगमों के घोटालेबाज आ सकते हैैं। बलराज कुंडू ने रोहतक नगर निेगम में घोटाले की शिकायत की थी और इसके शहरी निकाय मंत्री ने यह जांच टीम गठित की।
बलराज कुंडू की पहल पर विज के तेवर से बेनकाब होंगे कई घोटालेबाज
कुंडू चाहते थे कि उनके द्वारा सौंपी गई शिकायतों की जांच सीनियर आइएएस अधिकारी डा. अशोक खेमका करें, लेकिन विज ने शहरी निकाय निदेशक के नेतृत्व में एसआइटी बनाई है। बलराज कुंडू शहरी निकाय मंत्री के इस फैसले से संतुष्ट हैैं। उन्होंने शहरी निकाय मंत्री को जो दस्तावेज सौंपे, वह करीब 70 पेज के हैैं। इन दस्तावेज में कई घोटाले दर्ज हैैं, जिनकी जांच में कई सफेदपोश और अधिकारी लपेटे में आ सकते हैैं। एसआइटी अब अकेले रोहतक नगर निगम ही नहीं बल्कि और भी कई नगर निगमों में हुई धांधलियों की जांच करेगी।
70 पेज के दस्तावेज में कई नगर निगमों के घोटालों की कुंडली दर्ज
शहरी निकाय मंत्री विज ने एसआइटी के सुपुर्द कुंडू द्वारा सौंपे गए तमाम दस्तावेज कर दिए। विज ने इसके साथ ही कहा कि यदि इस तरह की शिकायतें मिलती हैैं तो उनकी जांच का दायरा बढ़ाया जाए। उदाहरण के लिए यदि रोहतक नगर निगम में स्ट्रीट लाइट में कोई घोटाला हुआ है तो यह जांच की जानी चाहिए कि संबंधित कंपनी के पास कहां-कहां का काम था और क्या उसने दूसरी जगहों पर भी गड़बड़ की है।
बलराज कुंडू ने अपनी शिकायत में रोहतक नगर निगम द्वारा किसी प्राइवेट कंपनी को लीज पर दिए गए शहीद मदन लाल धींगड़ा कम्युनिटी सेंटर को जांच दायर में शामिल करने का विशेष आग्रह किया है। शुरूआत के करीब एक वर्ष तक इस कम्युनिटी हॉल को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा चलाया गया। कुंडू ने एसएचवीसी की सालाना रसीदें भी शिकायत के साथ लगाई हैं, जिनसे यह साबित होता है कि इससे सालाना 70 से 75 लाख रुपये किराया आ रहा था।
रोहतक में ओल्ड आइटीआइ की जगह पर यह सेंटर बनाया गया है। अब इसे किसी व्यक्ति को 77 हजार रुपये मासिक किराये पर दिया गया है। शिकायत में दावा किया गया है कि जिस कंपनी को यह सेंटर किराये पर दिया गया है वह एक शादी के किराये की बुकिंग ही कम से कम 61 हजार रुपये में करती है। इसी तरह से शौरी क्लाथ मार्केट में सिटी पुलिस स्टेशन की जगह बनने वाली मार्केट और पार्किंग को भी किसी प्राइवेट कंपनी को कम दामों पर लीज पर दिए जाने के आरोप कुंडू ने लगाए हैं।
बलराज कुंडू के अनुसार पहले इसे 32 करोड़ 21 लाख रुपये की सालाना लीज पर दिया गया था। इसे रद कर पीपीपी मोड पर किसी अन्य कंपनी को लगभग दो करोड़ रुपये सालाना के हिसाब से दिया गया है। फर्जी कंपनियां बनाकर इस पूरे मामले में घोटाला किया गया है।
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करनाल के एसटीपी में करोड़ों रुपये का घोटाला
कुंडू ने करनाल नगर निगम द्वारा स्थापित किए जा रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में भी करोड़ों का घोटाला करने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जिस कंपनी ने करनाल एसटीपी का ठेका 72 करोड़ 90 लाख रुपये में लिया है वहीं कंपनी हिसार में पब्लिक हेल्थ का एसटीपी 27 करोड़ रुपये में तैयार कर रही है। अंतर केवल इतना है कि हिसार के एसटीपी की क्षमता 40 एमएलडी और करनाल के एसटीपी की 50 एमएलडी क्षमता है। ऐसे में कीमत में सात से आठ करोड़ रुपये का अंतर आना चाहिए था लेकिन इसमें तीन गुना के करीब अंतर है।
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