हरियाणा से जुड़ी इन दो बड़ी हस्तियों को मिला बड़ा सम्मान
हरियाणा से जुड़ी दो बड़ी हस्तियों को बड़ा सम्मान मिला है। पहली हस्ती आचार्य देवव्रत हैं और दूसरी हस्ती भाजपा के दिग्गज नेता कलराज मिश्र।
चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा से जुड़ी दो बड़ी हस्तियों को बड़ा सम्मान मिला है। पहली हस्ती आचार्य देवव्रत हैं, जिन्होंने जीरो बजट खेती का फार्मूला पेश करते हुए रसायनिक खाद मुक्त भोजन की जरूरत पर जोर दिया है। दूसरी हस्ती भाजपा के दिग्गज नेता कलराज मिश्र हैं, जिनके नेतृत्व में हरियाणा का लोकसभा चुनाव लड़ा गया और पार्टी ने बिना किसी बाधा के बड़ी ही आसानी से मिशन-दस फतेह कर लिया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आचार्य देवव्रत पर खूब भरोसा जताया है। आचार्य देवव्रत को गुजरात के राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हिमाचल की तुलना में गुजरात कई गुणा बड़ा राज्य है। यहां काम करने का दायरा भी काफी अधिक है। खुद मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं। आचार्य देवव्रत को गुजरात का राज्यपाल बनाकर भेजने का मतलब साफ है कि वे आरएसएस और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की गुडबुक में हैं।
आचार्य देवव्रत ने हिमाचल के राज्यपाल रहते हुए इस प्रदेश को आर्गेनिक राज्य बनाने का संकल्प लिया था। उनके बाबा रामदेव से अच्छे ताल्लुकात हैं। भाजपा उन्हें कुरुक्षेत्र लोकसभा से चुनाव भी लड़़ाना चाहती थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। कुरुक्षेत्र में आचार्य का गुरुकुल है, जहां से उन्होंने संस्कारों की शिक्षा देने के साथ ही जीरो बजट खेती का फार्मूला शुरू किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद आचार्य के इस फार्मूले की दिल खोलकर तारीफ कर चुके हैं। केंद्रीय बजट में भी इस बार जीरो बजट खेती पर खासा जोर दिया गया है।
कलराज मिश्र में 75 प्लस के बावजूद गजब का जोश
केंद्रीय मंत्री रह चुके कलराज मिश्र 75 प्लस के बावजूद गजब के जोश में हैं। उन्होंने अधिक उम्र के चलते इस बार का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन संघ और संगठन के बीच मजबूत तारतम्य रखने वाले कलराज मिश्र ने अपने राजनीतिक कौशल के जरिये हरियाणा को दस की दस लोकसभा सीटें जिताने में अहम भूमिका निभाई है। कलराज मिश्र हरियाणा के लोकसभा चुनाव प्रभारी रहे हैं।
कलराज मिश्र की अब उम्र हो रही है, लेकिन भाजपा उन्हें सम्मान देना नहीं भूली। कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर भेजा गया है। कलराज मिश्र ने अपनी प्राथमिकता भी जाहिर कर दी है। कलराज मिश्र का कहना है कि वे केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं तथा वन संपदा की रक्षा के लिए हिमाचल में काम करेंगे। जाहिर है कि कलराज मिश्र एक विजन के साथ हिमाचल की बागडोर संभालने जा रहे हैं।