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सहारनपुर के उस्मान ने लगातार 13वीं बार जीता आम केसरी अवॉर्ड

सौरव बत्रा पिजौर शहर में शनिवार से शुरू हुए 2

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Jul 2019 09:42 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jul 2019 09:42 PM (IST)
सहारनपुर के उस्मान ने लगातार 13वीं बार जीता आम केसरी अवॉर्ड
सहारनपुर के उस्मान ने लगातार 13वीं बार जीता आम केसरी अवॉर्ड

सौरव बत्रा, पिजौर : शहर में शनिवार से शुरू हुए 28वें मैंगो मेले के आखिरी दिन रविवार को बागवानी विभाग द्वारा अन्य प्रदेशों से आम उत्पादकों द्वारा लाए गए आमों का रिजल्ट घोषित कर दिया। जिसमें सहारनपुर, उत्तर प्रदेश शोएब मैंगो फा‌र्म्स के उस्मान को आम केसरी, वहीं उत्तराखंड के देहरादून के निर्मल नर्सरी के निर्मल तोमर को दूसरा आम केसरी, सहारनपुर के ही राव अरशद को सांत्वना पुरस्कार मिला है। इन सभी विजेताओं को समापन पर मुख्य अतिथि व प्रदेश के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनकड़ ने सम्मानित किया। आम केसरी अवॉर्ड से सम्मानित उस्मान ने कहा कि बाप-दादा ने पेड़ लगाए थे, जो आज करीब 30 एकड़ के बाग में तबदील हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां 30 एकड़ में आम का बाग है, जिसमें करीब 350 तरह के आम कि किस्में उगाई जाती हैं। जिनमें से 185 तरह के आम डिसप्ले के लिए लाए हैं। चीन व जापान जाता है उस्मान का आम

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उस्मान ने बताया कि पिछले दो साल से वह आम का निर्यात भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके आम चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया समेत खाड़ी के देशो में भी निर्यात होते हैं। उस्मान के अनुसार विदेशों में आम की लंगड़ा, दशहरी, केसर, अल्फान सेर की डिमांड ज्यादा है। शुरू में करीब डेढ़ टन आम का ही निर्यात किया जा रहा है। विदेशों में आम जाने से आय भी अच्छी होती है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कर चुके हैं सम्मानित

उस्मान ने बताया कि उनको गत वर्ष उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ मैंगो मेले में सम्मानित कर चुके हैं। उन्होंने इस बार पिजौर के मैंगो मेले की तारीफ करते हुए कहा कि इस बार पहले से बेहतर कार्यक्रम आयोजित किया गया है। सभी आम जैविक तरीकों से उगाए जाते हैं। उस्मान ने बताया कि उसके यहां लगाए जाने वाले सभी 350 तरह के आम बिना कैमिकल की खाद व बिना कैमिकल के स्प्रै के उगाए जाते हैं। उनके यहां सबसे भारी आम जाली अंडा है, जो करीब डेढ़ किलो का है। वहीं अंगूर दाना सबसे कम वजन वाला है, जिसका वजन करीब 10 ग्राम है। वहीं सबसे लंबा आम न्योरा है, जिसकी लंबाई करीब एक फीट होगी। निर्मल तोमर को मिला दूसरा इनाम

वहीं देहरादून के पास के गांव सिद हरबर्टपुर के आम उत्पादक व निर्मल नर्सरी को आम केसरी (2) का अवॉर्ड दिया गया है। आम उत्पादक निर्मल तोमर ने बताया कि वह इस बार चौथी बार आम मेले में भाग लेने आया है। उसने बताया कि यहां इससे पहले वे दो बार लगातार इनाम जीत चुके हैं। उसने बताया कि वर्ष 2017 में उसने पिजौर के ही आम मेले में तीसरा इनाम जीता था। वहीं पिछले साल और इस साल दूसरा इनाम जीता है। वह मैंगो मेले में 71 तरह के आम लेकर आया है। उसका बाग 2 हेक्टेयर में है। उसके पास पूसा पिताबर आम है। पूसा पितांबर की खूबी बताते हुए उसने कहा कि यह आम हर साल उगता है।


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