1273 बच्चों ने रोबोट क्लास लगा बनाया विश्व रिकॉर्ड
जागरण संवाददाता, पंचकूला : विश्व के सबसे बड़े क्लासरूम में पंचकूला का नाम विश्व स्तर पर जाना जाएगा। य
जागरण संवाददाता, पंचकूला : विश्व के सबसे बड़े क्लासरूम में पंचकूला का नाम विश्व स्तर पर जाना जाएगा। यहां के इद्रधनुष ऑडिटोरियम में ट्राईसिटी के लगभग 1273 विद्यार्थियों ने विश्व की सबसे बड़ी रोबोट बनाने की क्लास लगाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पंचकूला व भारत का नाम सुनहरी अक्षरों में लिख दिया है। राष्ट्रीय सम्मान के इस गौरवमय सबसे बड़े क्लासरूम के लिए रोबोचैंपस द्वारा इन विद्यार्थियों को रोबोटिक्स की किट प्रदान की गई। किट से रोबोट बनाकर बच्चे देश को विश्व के नक्शे पर ले आए है। चितकारा विश्वविद्यालय के वाइस चासलर मधु चितकारा समारोह में मुख्यातिथि थे। राज्य कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार, स्कूल शिक्षा विभाग हरियाणा और एनके वर्मा, सहायक निदेशक अकादमी विशेष अतिथि थे। रोबोचैंपस के संस्थापक अक्षय आहूजा ने बताया कि विश्व की सबसे बड़ी रोबोटिक्स क्लासरूम रिकॉर्ड कोलंबो में 1 अक्तूबर 2015 को बनाया गया था। जिसमें छात्रों की संख्या 880 थी, जबकि अब रोबोचैंपस नेशनल इडिपेंडेंट स्कूल के सहयोग से इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया गया है। इस रिकॉर्ड के लिए गिनीज बुक द्वारा एक सर्टीफिकेट भी प्रदान किया जाएगा। यकीनन इतनी छोटी आयु में यह सर्टीफिकेट हासिल करना गर्व की बात होगी।
अब तक कोलंबो के पास था यह रिकॉर्ड
काबिलेजिक्र है कि गिनीज बुक द्वारा अब तक भारत में सिर्फ 77 सर्टीफिकेट ही दिए गए है, जबकि यह राष्ट्रीय स्तर पर पहला अवसर होगा, जब एक साथ 1273 सर्टीफिकेट प्रदान किए जाएंगे। रोबोचैंपस इडिया की डायरेक्टर ऑपरेशस शिखा ढिल्लों, सीएमओ विशाली, एनआइएसए के प्रेसिडेट कुलभूषण, प्रो. एएस महाजन व डीसीएम स्कूल के सीईओ अनिरुद्ध गुप्ता ने इस उपलब्धि के लिए सभी को बधाई दी।