बड़ी राहत, हरियाणा में अभी नहीं हटेंगे 15 साल पुराने डीजल वाहन
हरियाण में फिटनेस टेस्ट पास करने वाले डीजल वाहन अभी बंद नहीं होंगे। इससे राज्य के ट्रांसपोर्टरों को बड़ी राहत मिली है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने राज्य के ट्रांसपोर्टराें को बड़ी राहत दी है। हरियाणा विधानसभा क बजट सत्र के अंतिम दिन राज्य सरकार ने ऐलान किया कि अभी राज्य में 15 साल पुराने वाहन चलते रहेंगे। इससे सड़कों पर दौड़ रहे 15 साल पुराने व्यावसायिक डीजल वाहनों के मालिकों को राहत मिली दी है। सरकार ने कहा कि फिटनेस जांच में पास होने वाले वाहनों को बंद नहीं किया जाएगा।
एनसीआर में पांच लाख से अधिक आबादी वाले शहरों से हटेंगे डीजल तिपहिया वाहन
इसके साथ ही सरकार ने कहा कि राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेशानुसार एनसीआर में पड़ते पांच लाख से अधिक आबादी वाले शहरों से डीजल तिपहिया वाहनों (ऑटो) को चरणबद्ध तरीके से बाहर किया जाएगा। इनेलो विधायक परमिंदर सिंह ढुल ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में यह मामला उठाया।
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इस पर परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने बताया कि फिलहाल 15 साल पुराने व्यावसायिक डीजल वाहनों को हरियाणा से बाहर करने का सरकार का कोई इरादा नहीं है। एनजीटी ने 20 जुलाई 2016 को निर्देश दिए थे कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दस साल पुराने डीजल वाहनों को सड़कों पर नहीं चलने दिया जाए।
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उन्होंने कहा कि इसके अलावा बीएस-एक और बीएस-2 के मानक वाले 15 साल पुराने वाहनों का पंजीकरण रद कर दिया जाए। परिवहन मंत्री ने बताया कि नेशनल हाईवे पर स्थित पांच लाख से ज्यादा आबादी वाले कस्बों में शहरी मार्गों पर संचालित हो रहे अनुबंध परमिटों की संख्या सीमित की जाएगी।