Haryana School Admission: हरियाणा में निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले के लिए 25 अप्रैल तक कर सकेंगे आवेदन
हरियाणा में प्रथम कक्षा तक सभी निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित होंगी। इसमें आवेदनन की अंतिम तिथि 25 अप्रैल होगी। इसमें अनुसूचित जाति अनाथ और गरीब परिवारों के बच्चों को एडमिशन मिलेगा।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के अनुसूचित जाति व जनजाति, अनाथ बच्चों तथा 1.80 लाख रुपये से कम सालाना आय वाले परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में पहली कक्षा तक मुफ्त दाखिला मिलेगा। इसके लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई हैं।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि निजी मान्यता प्राप्त स्कूलों को सीटों की उपलब्धता की जानकारी 15 अप्रैल तक अपने स्कूल की वेबसाइट पर डालनी अनिवार्य होगी। नोटिस बोर्ड पर भी रिक्त सीटों की सूची प्रदर्शित करते हुए आरक्षित सीटों की सूची संंबंधित जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को भी भेजनी होगी।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को निजी स्कूलों में 16 से 25 अप्रैल के बीच आवेदन करना होगा। 29 अप्रैल को लाटरी से ड्रा निकाला जाएगा। बच्चों के दाखिले की अंतिम तिथि पांच मई और बच्चों द्वारा दाखिला न लेने पर आरक्षित रिक्त सीटों पर प्रतीक्षा सूची से बच्चों को दाखिला देने की तिथि 10 से 14 मई तक रखी गई है।
ठेके पर लगे 2212 स्वास्थ्य कर्मचारी निकाले
स्वास्थ्य विभाग ने अनुबंध पर लगे 2212 कच्चे कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इनमें 1584 स्टाफ नर्स, 307 लेबोरेट्री टेक्निशियन, 197 रेडियोग्राफर, 92 फार्मासिस्ट, 20 नर्सिंग सिस्टर, पांच-पांच मेडिकल आफिसर शामिल हैं।
यह सभी कर्मचारी मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए जिला अस्पतालों व कोविड अस्पतालों में आउटसोर्सिंग पालिसी पार्ट-2 के तहत लगाए गए थे। सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी ने इसका विरोध करते हुए सभी बर्खास्त कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर लेने की मांग की है। साथ ही सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को कौशल रोजगार निगम की बजाय विभाग के पे-रोल पर लेने और पक्का होने तक समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा देने की वकालत की है।
नौकरी बहाली की मांग को लेकर सात अप्रैल को स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन स्वास्थ्य महानिदेशक के पंचकूला कार्यालय पर प्रदर्शन कर स्वास्थ्य मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगी। इसके बावजूद नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर नहीं लिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।